
संवाददाता।
कानपुर। नगर के घंटाघर चौराहे को जाम मुक्त करने की दिशा में ई-रिक्शा फ्री जोन घोषित करने के पहले दिन ही हंगामा खड़ा हो गया। ई-रिक्शा चालकों ने बाबूपुरवा में एकजुट होकर हंगामा किया। इसके साथ ही ई-रिक्शा के रूट को दोबारा खोलने के लिए मांग की है। मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने आक्रोशित ई-रिक्शा चालकों को समझाकर शांत कराया। घंटाघर चौराहे को ई-रिक्शा फ्री जोन करने के लिए कई रूट को ई-रिक्शा फ्री जोन घोषित किया गया है। इसके लिए यशोदा नगर, नौबस्ता, किदवई नगर से आने घंटाघर की ओर जाने वाले ई-रिक्शा बाकरगंज चौराहे तक आएंगे। इसके बाद शटल सेवा में लगी टेंपों से राहगीर घंटाघर की ओर जाएंगे और वापस आएंगे। एडीसीपी ट्रैफिक शिवा सिंह व एसीपी ट्रैफिक सृष्टि सिंह ने 45 टेंपों में घंटाघर सेवा का लोगो लगाकर शटल सेवा की शुरुआत की है। पहले दिन ही सैकड़ों की संख्या में ई-रिक्शा चालकों ने बाकरगंज चौराहे पर रिक्शा लगाकर जाम कर दिया। रिक्शा चालकों ने किदवई नगर से घंटाघर तक ई-रिक्शा संचालन की मांग की। ई-रिक्शा चालक सैय्यद शाबान, एबाद हसन, नरेंद्र कुमार, सुरेश, महताब आलम, निखिल कुमार, मनीष गुप्ता ने आरोप लगाया कि घंटाघर से किदवई नगर आनी वाली सवारियां बाकरगंज चौराहे पर उतरने के बाद उचित दाम देने पर आनाकानी कर रहीं है। नारेबाजी करते हुए उन्होंने कहा कि केवल ई-रिक्शा चालकों पर सख्ती की जा रही है। इसी रूट पर उनकी कमाई है। अगर ये रूट ई-रिक्शा के लिए बंद हो जाएगा तो वह बेरोजगार हो जाएंगे। आक्रोशित चालकों ने कहा कि अगर पाबंदी नहीं हटाई गई तो सभी चालक ई-रिक्शा वापस करने को बाध्य होंगे। अगर रूट दोबारा बहाल नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे जिसके लिये हम लोग तैयार है। एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ सिंह, एसीपी ट्रैफिक सृष्टि सिंह समेत बाबूपुरवा, किदवई नगर, नौबस्ता, गोविंद नगर पुलिस मौके पर पहुंची। एसीपी ट्रैफिक ने ई-रिक्शा चालकों को लिखित समस्या देने पर निराकरण का आश्वासन दिया, जिसके बाद ई-रिक्शा चालक शांत हुए।