
संवाददाता।
कानपुर। नगर में बीएससी फस्ट ईयर की छात्रा कोमल यादव ने देर रात साड़ी के सहारे गले में फंदा डालकर खुदकुशी कर ली। घटना के वक्त मां, पिता को खाना देने के लिए उनकी दुकान पर गई थी। वापस लौटकर आई, तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। खिड़की के रास्ते से मां अंदर गई तो उनके होश उड़ गए। सूचना पर पहुंची नौबस्ता पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारने के बाद कमरे का निरीक्षण किया तो वहां पर एक रजिस्टर मिला, जिसमें छात्रा ने खुदकुशी करने से पहले कुछ लाइने लिखी थी। नौबस्ता आवास विकास हंसपुरम निवासी राकेश कुमार यादव की घर के पास में ही बुक स्टॉल है। परिवार में पत्नी सुषमा, बेटी कोमल और बेटा शिवम यादव है। शिवम यूपी पुलिस में कॉन्स्टेबल है और वर्तमान में लखनऊ पीएसी 35 वाहिनी में तैनात है। राकेश ने बताया कि कोमल एसजे महाविद्यालय से बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही थी और कुछ महीनों से वह मानसिक तनाव में रहने लगी थी। पिता राकेश कुमार ने बताया कि कोमल बीते एक महीना से घर में किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थी, जब उससे कारण पूछते थे तो वह चिल्लाने लगती थी, लेकिन वह ऐसा कदम उठाएगी यह किसी को नहीं मालूम था। रोज की तरह सोमवार को मां सुषमा, पिता राकेश को खाना देने के लिए उनकी दुकान पर गई थी। इसी बीच कोमल ने खुद को घर पर अकेला पाकर ऊपर के कमरे में फांसी लगा ली। मां जब दोपहर बाद लौटकर घर पहुंची तो काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद सीढ़ी लगाकर खिड़की के रास्ते से सुषमा अंदर गई तो अंदर का नजारा देख उसकी चीख निकल पड़ी। चीख सुनकर आस पड़ोस के लोग भी आ गए। सुषमा ने घटना की जानकारी अपने पति राकेश को दी। इसके बाद राकेश भी घर पहुंचे। नौबस्ता इंस्पेक्टर जगदीश पांडेय ने बताया कि कमरे के अंदर से एक रजिस्टर मिला है, जिसमें लड़की ने कुछ लाइन लिखी है। उसमें लिखा है कि ‘मरने का मन करता है, आंख बंद करो तो अंधेरा नजर आता है और भगवान नजर आते हैं’ रजिस्टर को कब्जे में ले लिया गया है। साथ में उसका मोबाइल भी कब्जे में लिया गया है। खुदकुशी करने का सही कारण नहीं पता चल पाया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अंतिम संस्कार के बाद परिजनों से पूछताछ की जाएगी।