
संवाददाता।
कानपुर। नगर में मौसम का जब-जब उतार-चढ़ाव शुरू होता है तो उस समय वायरस सक्रिय हो जाते हैं।जैसे जैसे मौसम धीरे-धीरे गर्म होता जा रहा है, वैसे-वैसे वायरस भी तेजी के साथ सक्रिय हो रहे हैं। इन दिनों कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में वायरस और अस्थमा पीड़ित बच्चे आ रहे हैं। इन बच्चों की उम्र लगभग 15 साल तक की है, जिनको अस्थमा की पहले से ही दिक्कत थी उन मरीजों में ज्यादा समस्या देखने को मिल रही है। बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया कि जब-जब मौसम बदलता है तो वायरस भी अपना हमला तेज कर देता है। वर्तमान समय में अचानक वायरस के मरीज बढ़े हैं। इसके साथ-साथ हवा में फैले प्रदूषण से अस्थमा पीड़ित बच्चे भी आ रहे हैं। ओपीडी में लगभग ऐसे 15% से 20% मरीज बढ़ गए हैं। बच्चों में तेज बुखार के साथ-साथ गले या फिर सीने में संक्रमण की शिकायत आ रही है। इसके अलावा कुछ बच्चे ऐसे भी आ रहे हैं, जिनको सांस लेने में दिक्कत हो रही है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रूपा डालमिया ने बताया कि यह वायरस बच्चों में ज्यादा अटैक करता है, क्योंकि बच्चों की शारीरिक क्षमता थोड़ी कम होती है, जब भी सर्दी गर्मी वाला मौसम होता है तो ऐसे में बच्चों के प्रति ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है। बच्चों के गले में दर्द, पेट में दर्द, तेज बुखार, नाक से ब्लड आना जैसी शिकायतें देखने को मिल रही है। बच्चों में बुखार 103, 104, 105 तक पहुंच रहा है। लेकिन, ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं है। यह बुखार उतरने में लगभग एक हफ्ते का समय ले लेता है।