संवाददाता।
कानपुर। नगर में पहुंचे उत्तर प्रदेश के नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कानपुर सर्किट हाउस में स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा सफाई, एसटीपी संचालन, जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना के संबंध में बैठक की। डीएम विशाख जी अय्यर, जल निगम व जलकल विभाग और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कई निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने टेनरी संचालकों को खास हिदायत दी कि यदि नियमों का उल्लंघन हुआ तो कड़ी कार्रवाई होगी। प्रमुख सविव ने कहा कि प्रदेश सरकार की नमामि गंगे प्रोजेक्ट एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है और माघ मेला भी नजदीक है। इस दौरान गंगा में वेस्ट फाइटर, सीवरेज किसी भी प्रकार की कोई गंदगी नहीं जानी चाहिए। यही प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसी को देखते हुए यह बैठक की गई है। गंगा को स्वच्छ रखने के लिए काफी प्रयास किए गए हैं जिसका यह अंतिम चरण है। इस चरण में कहीं कोई कमी ना रह जाए इसके लिए प्रयागराज और कानपुर में बैठक करके संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। सीसामऊ नाला की गन्दगी गंगा में जाने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि जब गंदगी की सूचना आती है तो तुरंत एक्शन लेकर कार्रवाई की जाती है। गंगा में कोई भी दूषित जल नहीं जाए। केस्को द्वारा एसटीपी की लाइट काटे जाने को लेकर प्रमुख सचिव ने कहा कि सरकार ने सभी कंपनियों को पैसा दिया है। सभी कंपनियों को बिजली बिल समय से जमा करना है। इसके साथ अगर बिजली नहीं भी है तो डीजल का उपयोग करके जल निगम के कार्यों को करेंगे। किसी भी कंडीशन में गंगा में दूषित जल और गंदगी न जाए। जिसके लिए सभी को कड़े निर्देश दिए गए हैं और अगर कोई भी निर्देशों का अनुपालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।