October 18, 2024

संवाददाता।
कानपुर। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में भाषा उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए अखिल भारतीय ताकनीकि शिक्षा परिषद के मुख्य समन्वयक डॉ. बुद्ध चंद्रशेखर ने बताया कि अनुवादिनी टूल अब गूगल ट्रांसलेट को टक्कर देने के लिए तैयार है। यह टूल आपकी भाषा से संबंधित हर तरह की दिक्कतों को दूर कर सकता है। 500 पेज के ऑर्डर को भी वह कम से कम शब्दों में आपको बता सकता है। इसके अलावा अनपढ़ लोग भी इस टूल का प्रयोग करके अपने किसी भी फॉर्म को भर सकते हैं। यही नहीं इस टूल के माध्यम से आप 27 भाषाओं में अपने कंटेंट को बदल सकते हैं। डॉ. चंद्रशेखर ने कहा कि जब बच्चा इंग्लिश की पुस्तक देखता है तो वह घबरा जाता है। ऐसे में वह मानसिक तनाव में रहता है। फिर उसकी पढ़ाई के प्रति रुचि कम होने लगती है। ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए इस टूल को तैयार किया गया है। एक छात्र अपनी पुस्तक को टूल के माध्यम से कॉपी कर सकता है। वह जिस भाषा में पढ़ाना चाहे उसे उस भाषा में इसे कॉपी करके आगे पढ़ाई को पूरा कर सकता है। हमने सबका साथ सबका विकास को ध्यान में रखते हुए इस टूल को तैयार किया है। डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि इस टूल की खास बात यह है कि इसमें कोई भी लाइव वीडियो को हम अपनी भाषा में बदल सकते हैं। जैसे की 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मोदी जी का जो भाषण होगा उसे इस टूल के माध्यम से एक साथ लगभग 2 लाख लोग आराम से देख सकते हैं, जहां पर भी लाइव चल रहा है उसके लिंक को कॉपी करके हम जैसे ही अनुवादनी टूल में  उसे डालेंगे तो वह आपकी भाषा में दिखने लगेगा। डॉ. चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे लगता है कि जो ग्रामीण क्षेत्र के लोग हैं वह खुद सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं, क्योंकि उन्हें फॉर्म भरना नहीं आता है। तो ऐसे में उनकी सुविधा को देखते हुए इस टूल में ऐसी व्यवस्था की है कि आप सुनकर के और बोल करके अपने पूरे फॉर्म को भर सकते हैं। फार्म खुद ही आपसे पूछता जाएगा और आप जब बोलेंगे तो फार्म अपने आप उस चीज को भरता जाएगा। डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि तीन माह पूर्व इस टूल को शुरू किया गया है और 3 माह के अंदर 5 लाख के ऊपर यूजर हो गए हैं। इस टूल की खास बात है कि इसमें दो लाख लोग एक साथ किसी लाइव वीडियो को देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस टूल को बनाने में एडवांस डीप लर्निंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है। इसकी खास बात यह है कि यह ट्रांसलेट करने के साथ-साथ इसमें 90% भाषा शुद्ध मिलती है। आप जिस फॉर्मेट में अपनी पुस्तक को अपलोड करेंगे। उसी फॉर्मेट में आपको अपनी भाषा में हर चीज मिल जाएगी। कहने का मतलब है कि केवल टैक्स ही नहीं बदलेगा बल्कि पूरी कॉपी को वह आपकी भाषा में दिखने लगेगा। चाहे उसमें फोटो बनी हो या फिर किसी भी प्रकार की सारणी बनी हो। 

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