March 10, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
नगर की अनुश्री दुबे महिलाओं के छोटे छोटे समूह बना कर पारंपरिक हैंडी क्राफ्ट का काम करने वाली महिलाओं को विदेशों में पहचान दिलाने का काम कर रहीं हैं।

अनुश्री पंजाब, कश्मीर, कर्नाटक, राजस्थान की पारंपरिक कलाओं को संजो कर उनका मॉर्डन डिजाइन बनाकर उसे यूएस, यूरोपियन देशों में पेश कर महिलाओं को रोजगार देने का काम कर रहीं हैं।
साकेत नगर निवासी अनुश्री दुबे ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी बैंगलुरू से टेक्सटाइल डिजाइनर का कोर्स किया है। अनुश्री ने बताया कि इंटर्नशिप के दौरान उन्हें कई ग्रामीण इलाकों में समूह में काम करने वाली महिलाओं से मिलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने देखा कि खूबसूरत हैंडी क्राफ्ट उत्पादों को तैयार करने में महिलाओं को करीब 10 घंटे तक लग जाते है, लेकिन उनको उसका उचित मेहनताना व पहचान नहीं मिल पा रही थी।
अनुश्री ने बताया कि वंचित और सशक्त वर्ग के बीच पुल बनाने के लिए उन्होंने 2017 में एल्कोव ब्रांड की स्थापना की, जो भारत समेत विदेशों में भी भारत की पारंपरिक हैंडी क्राफ्ट कलाओं का प्रदर्शन कर महिलाओं को रोजगार के लिए मंच प्रदान करने का काम कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि भारत टेक्सटाइल और शिल्प कौशल के मामले में बेहद समृद्ध है। इसकी दुनिया भर में मांग है, लेकिन भारत में लोग इसे बहुत महत्व नहीं देते, इस गैप को खत्म करने व पारंपरिक क्राफ्ट को विदेशों में एक्सपोज किए जाने के लिए उन्होंने एल्कोव कंपनी की स्थापना की है।
उन्होंने बताया कि उनके साथ विभिन्न प्रदेशों की 100 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। जो पारंपरिक कलाओं को कंपनी के साथ साझा करतीं हैं, और उन्हें मॉर्डन तरीके से बाजार में पेश किया जाता है। अनुश्री के मुताबिक बीते सितंबर माह से कंपनी हैंडी क्राफ्ट उत्पादों का इंटरनेशल मंच पर प्रदर्शन कर रही है।
जिसमें यूएस के साथ यूरोपियन देशों ने काफी रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि विदेशों में पंजाब की फुलकारी, लखनऊ की चिकनकारी, जरदोजी के साथ कश्मीर की कशीदा कढ़ाई के बने उत्पादों की सबसे ज्यादा डिमांड की जा रही है।
महिला उत्थान के लिए काम करने में अनुश्री को 2024 में नारी सम्मान से नवाजा गया था। इसके साथ ही वर्ष 2023 में देश की एक प्रतिष्ठित मैगजीन में भारत के 10 टेक्सटाइल डिजाइनरों में उनका नाम शामिल किया गया था।