कानपुर। कानपुर में बारिश के बाद वातावरण में नमी बढ़ने से लोगों में तेजी से स्किन इन्फेक्शन की समस्या भी बढ़ रही है। हैलट अस्पताल के चर्म रोग विभाग की ओपीडी में इससे संबंधित रोगियों की संख्या काफी बढ़ गई है। इसमें फंगल, बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन के मरीज शामिल हैं। सबसे अधिक 80% फंगल इंफेक्शन के मरीज आ रहे हैं। इंफेक्शन के मरीजों में हर दूसरा व्यक्ति इससे प्रभावित है।

इसको लेकर कानपुर मेडिकल कॉलेज के स्किन रोग विभाग के डॉ. श्वेतांक ने लोगों को कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं। इससे मरीज काफी हद तक इंफेक्शन से बच सकता है।
डॉ. श्वेतांक ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में 80 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं, जिनको किसी न किसी चीज का इंफेक्शन है। फंगल इंफेक्शन के लगभग 50 प्रतिशत मरीज है। इसके अलावा 25-25 प्रतिशत मरीज बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन के है।
फंगस इंफेक्शन होने पर मरीज के शरीर में लाल दानेदार चकते पड़ जाते है। इसके अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन में मरीज के शरीर में पीले रंग के पस पड़ने वाले दाने हो जाते हैं। इसके अलावा फोड़ा-फुंसी भी हो जाती है। वायरल इंफेक्शन में मरीज के पूरे शरीर में घमोरिया हो जाती हैं।
डॉ. श्वेतांक ने बताया- ये इंफेक्शन अधिकतर उन लोगों के होते है जो कि मोटो कपड़े, जींस, सिंथेटिक कपड़े पहनते हैं। इस तरह के कपड़े पहनने से आपके शरीर से पसीना अधिक निकलता है और पसीना सूख नहीं पाता।इस कारण ऐसे लोगों में इंफेक्शन का खतरा अधिक रहता है। एक कपड़े को जो लोग ज्यादा दिन तक पहनते है उनमें भी इसका खतरा अधिक हो जाता है।डॉ. श्वेतांक ने बताया-इस समय वातावरण में नमी होने के कारण इसका असर बालों में भी पड़ रहा है। इन दिनों बालों के झड़ने की समस्या बहुत आ रही है। यदि नहाने के बाद आपने बालों को ठीक तरह से सुखाया नहीं गया तो इससे जडे़ कमजोर हो जाती है। फिर बाल टूटते बहुत है। इसलिए इस मौसम में सैंपू का कम, कंडीशनर का प्रयोग अधिक करना चाहिए।
प्रतिदिन अपने खाने में प्रोटीन को जरूर शामिल करें।जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन बिल्कुल न करें।
खाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होनी चाहिए।जितनी भी फैटी चीजें है उनसे दूर रहें।दिन भर में तीन से चार लीटर पानी जरूर पिए।बालों को धोने के बाद उसे नॉर्मल हवा से ड्राइ करें।
सैंपू का प्रयोग कम, कंडीशनर का प्रयोग अधिक करें।बालों को बार-बार गीला न करें।दिन में दो बार जरूर नहाए।मोटे कपड़े और सिंथेटिक कपड़े न पहने।










