कानपुर। मेडिकल की परीक्षा नीट का रिजल्ट आ गया और असफल प्रतियोगी छात्र रिजल्ट से असंतुष्ट हैं। आरोप है कि कई प्रदेशों में परीक्षा के पहले पेपर आउट हो गया। इसके साथ ही एक ही सेंटर से आठ विद्यार्थियों का शत प्रतिशत रिजल्ट आया जो शक के दायरे में है। इन सब बिन्दुओं को लेकर असफल असंतुष्ट प्रतियोगी छात्रों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया और कोर्ट जाने की भी चेतावनी दी गई।
नीट के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों ने दोबारा परीक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को सड़क पर प्रदर्शन किया। काकादेव में कोचिंग संस्थानों को बंद कराकर छात्रों ने दोपहर में नारेबाजी कर आक्रोश जताया। आक्रोशित छात्रों ने काकादेव में एक-एक कर कोचिंग को बंद कराना चालू कर दिया। मेडिकल की कोचिंगों को बंद कराकर छात्रों ने सड़कों पर मार्च निकाला और नारेबाजी कर आक्रोश जताया। आक्रोशित छात्रों का कहना था कि दोबारा परीक्षा कराने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रों ने बताया कि नीट 2024 का परिणाम 14 जून को घोषित होना था लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मंगलवार चार जून को ही परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें कई गड़बड़ियां सामने आई हैं और मामले को लेकर कोर्ट का दरबाजा खटखटाया जाएगा। छात्र-छात्राओं ने काकादेव कोचिंग सेंटर में घूम घूम कर परीक्षा आयोजकों के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया गया कि कई प्रदेशों में परीक्षा से पहले ही पेपर आउट हो गया। पेपर आउट होने से मेरिट हाई चली गई और एक ही सेंटर से आठ प्रतियोगियों का शत प्रतिशत रिजल्ट आया। यह भी आरोप है कि 14 जून को परीक्षा परिणाम आना था लेकिन चार जून को गड़बड़ियों को दबाने के लिए रिजल्ट लोकसभा चुनाव मतगणना के दिन जारी कर दिया गया। नीट परीक्षा परिणाम आने के बाद से अब तक आठ प्रतियोगी छात्र आत्महत्या कर चुके हैं।
मार्च निकाल रहे छात्रों के प्रदर्शन से सड़क पर जाम लगने लगा तो मौके पर काकादेव थाने की पुलिस भी पहुंची, पुलिस ने छात्रों को समझाया। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि विगत दिनों जारी हुए नीट परीक्षा परिणाम के संदर्भ में परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र, जिनका चयन नहीं हो पाया है उनके द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि नीट परीक्षा परिणाम में धांधली हुई है। अतः परीक्षा दोबारा कराई जाए अथवा नये सिरे से परिणाम जारी किया जाये। इस संबंध में प्रदर्शन कर रहे छात्र अन्य सभी कोचिंग संस्थानों के छात्रों से संपर्क कर प्रदर्शन में शामिल रहे हैं, जिन्हें मौके पर समझाया गया कि वह अपनी बात को अपने किसी प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से सम्बंधित के समक्ष रखें। छात्रों को समझाया बुझाया गया है और विरोध जता रहे छात्र शांत हो गये हैं