संवाददाता।
कानपुर। नगर मे शाम को अचानक से नीट के परिणाम घोषित कर दिया गया। शहर के कई होनहारों ने भी अच्छी रैंक हासिल की है। कुछ ने अपनी पिता की तरह डॉक्टर बनने की ठानी, तो कुछ हार्ट के स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं। जनरलगंज निवासी अभिनव शुक्ला ने नीट की परीक्षा में 1593 रैंक हासिल की है। उन्होंने 720 में 701 अंक हासिल किए है। अभिनव ने कहा कि मैं परिवार का पहला हूं जो डॉक्टर बनूंगा। इसको लेकर मुझे काफी खुशी भी है। उन्होंने कहा कि आजकल हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ रही है। इस लिए मैंने सोचा कि मैं हार्ट का डॉक्टर बनूंगा और इस पर एक शोध भी करूंगा, जिससे लोगों की जान बचा संकू। अभिनव के पिता दीपेंद्र शुक्ला पोस्ट ऑफिस में एग्जीक्यूटिव पोस्ट मास्टर हैं और मां शालिनी शुक्ला प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका हैं। अभिनव ने बताया कि मुझे यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली है। अगर अभी भी न मिलती तो मैं तीसरी बार के लिए भी तैयार था, हतास बिल्कुल न होता। 2023 में 12वीं की परीक्षा में 95.6 फीसदी अंक मिले थे। उम्मीद है कि केजीएमयू में दाखिला मिल जाएगा। लाइट इंस्टीट्यूट से कोचिंग से पढ़ने वाली दिल्ली निवासी सौम्या गुप्ता के पिता डॉ. कुंदन कुमार जनरल फिजिशियन हैं। सौम्या ने कहा कि पिता की तरह मैं फिजिशियन न बनकर कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहती हूं। उन्होंने बताया कि मेरी मां अंकिता कश्यप गृहिणी हैं। दिल्ली से 12वीं की पढ़ाई करने वाली सौम्या को भी अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता मिली हैं। सौम्या ने 150वीं रैंक हासिल की हैं। उनको 720 में से 715 अंक मिले हैं। गंगागंज निवासी सात्विक गुप्ता ने नीट में दूसरी बार में सफलता हासिल की है। इस बार उन्होंने 706 अंक के साथ 759 रैंक हासिल की है। सात्विक गुप्ता ने कहा कि पिछले साल पेपर में जो गलतिया हुई उसे मैंने रिलाइज किया, इसके बाद उन गलतियों पर काम कर उसे सुधारा। फिजिक्स और केमिस्ट्री की वजह से पहले अंक बिगड़े थे, जिसमें मैंने काफी सुधार किया। सात्विक के पिता सत्येंद्र गुप्ता बिजनेसमैन हैं और मां शिप्रा गुप्ता गृहिणी हैं। श्रीराम पब्लिक स्कूल से 2022 में 12वीं पास की थी। सात्विक ने बताया कि वह अपने परिवार के पहले हैं जो डॉक्टर बनेंगे।