संवाददाता।
कानपुर। नगर में हनुमंत विहार थाने की पुलिस ने वाहन चोरों के गिरोह को अरेस्ट कर लिया है। तीन शातिर चोरों को 13 चोरी की बाइकों के साथ अरेस्ट किया है। जांच में सामने आया कि पकड़े गए तीनों शातिर पेशेवर चोर हैं। 36 मुकदमों की हिस्ट्रीशीट होने के साथ ही चोरी के कई मामलों में सजा याफ्ता भी हैं। हनुमंत विहार पुलिस ने तीनों को अरेस्ट करने के बाद जेल भेज दिया। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि पकड़े गए तीनों शातिर वाहन चोरों की पहचान बिधनू के इकडरिया गांव में रहने वाले कुलदीप यादव, मोहन सिंह यादव और रोहित यादव के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान तीनों ने बताया कि किसी भी मार्केट में वाहन चोरी करने के लिए जाते हैं। कोई भी व्यक्ति अपनी दो पहिया वाहन खड़ा करके बाजार में जाता है तो एक व्यक्ति उसके पीछे-पीछे चला जाता है। दूसरा व्यक्ति बाइक का लॉक तोड़कर गाड़ी चोरी कर लेता है और वहां से भाग जाता है। दोनों आपस में मोबाइल से कनेक्ट रहते हैं। अगर बाइक खड़ी करने वाला फौरन लौटता है तो उसकी लोकेशन बताता रहता है। इससे कि बाइक चोरी करने से पहले मालिक मौके पर नहीं पहुंच सके। इस वजह से शातिर कभी भी बाइक चोरी करते समय पकड़े नहीं जाते थे। चोरी के वाहनों को बिधनू के साथ ही अलग-अलग और अपने नजदीकियों के यहां खड़ी कर देते थे। इससे किसी को चोरी के गाड़ियां बड़े पैमाने पर एक साथ इकट्ठा नहीं हो पाती थी। इसके साथ ही शातिरों के पास से ढेर सारी मास्टर चाबी भी बरामद हुई है। जिससे पलक झपकते किसी भी बाइक का लॉक तोड़ देते थे। तीनों के पास से अलग-अलग ठिकानों से चोरी की 13 बाइकें बरामद हुई हैं। पुलिस ने शातिर चोरों से पूछताछ के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया गया। डीसीपी साउथ ने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। सीसीटीवी के जरिए ही पुलिस को चोरी के बाद तीनों का सुराग मिला था। इसी के जरिए पुलिस ने एक के बाद एक तीनों शातिर चोरों के गैंग को अरेस्ट कर लिया। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि पकड़ा गया शातिर चोर कुलदीप के ऊपर 18 मुकदमें दर्ज हैं। इसमें से अधिकांश चोरी के मामले हैं। इसी तरह दूसरे चोर मोहन सिंह यादव के खिलाफ 9 मुकदमें और रोहित यादव के खिलाफ 9 मुकदमें दर्ज हैं। इन सभी को चोरी के मामले में कोर्ट से सजा भी मिल चुकी है। जमानत पर बाहर चल रहे हैं।