संवाददाता।
कानपुर। नगर मे कलक्टरगंज गल्ला मंडी की जगह पर नगर निगम के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाए जाने का लेकर व्यापारियों को विरोध लगातार जारी है। शनिवार को व्यापारियों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी और ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने मांग उठाई कि जमीन नजूल की है या नगर निगम की पहले इसकी जांच की जाए। नगर निगम अधिकारियों को बाजार में आने से रोका जाए। किसी भी सूरत मे कॉमर्शियल काम्प्लेक्स नहीं बनने दिया जाएगा। अध्यक्ष से मांग की कि उनकी अध्यक्षता में आचार संहिता के बाद व्यापारियों व नगर निगम की बैठक हो, जिसमें व्यापारियों के हित मे निर्णय हो। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने बताया कि उनकी मांग पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नगर आयुक्त से फोन पर बात करके नगर निगम का कोई भी अधिकारी सर्वे करने के लिए न जाए। व्यापारियों को आश्वासन दिया कि जो उनके हित में होगा, वो कार्य किया जाएगा। व्यापारियों ने मांग उठाई कि 100 वर्ष से अधिक समय से कलक्टरगंज गल्ला मंडी में व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं। कई व्यापारियों की 5वीं पीढ़ी व्यापार कर रही है और कलक्टरगंज गल्ला मंडी में किसी भी सूरत मे कॉमर्शियल काम्प्लेक्स नहीं बनने दिया जाए। बातचीत के दौरान कलक्टरगंज उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष आशीष मिश्र व महामंत्री पवन गुप्ता ने बताया कि नगर निगम द्वारा कलक्टरगंज मे कॉमर्शियल काम्प्लेक्स बनने कि घोषणा के बाद कलक्टरगंज के पांच व्यापारियों की हार्ट अटैक पड़ चुका है। इनमें से दो की मृत्यु हो चुकी है और व्यापारियों के उजड़ने के डर से अब भी दहशत है। कलक्टरगंज उद्योग व्यापार मंडल के चेयरमैन राजेंद्र शुक्ला व संयोजक अनुराग जायसवाल ने कहा कि 2009 तक किराया जमा किया जा चुका है और नगर निगम ने नजूल का मामला आने के आद अपनी तरफ से किराया बंद किया था। इसलिए कलक्टरगंज गल्ला मंडी में व्यापारियों को केवल स्थान का स्वामित्व मिलना चाहिए। ज्ञापन देने वालों मे प्रमुख रूप से व्यापार मंडल से हरिश्चन्द्र जायसवाल, केके गुप्ता, राकेश गुप्ता, राजा गुप्ता, अशोक अग्रहरी, दिनेश तिवारी, सिद्धू जायसवाल, ध्रुव अरोड़ा, अंशुल गुप्ता, सुनील साहू, दीपक गुप्ता, मनीष गौड़, मनीष भवानी समेत अन्य मौजूद रहे।