संवाददाता।
कानपुर। नगर मे चौथे चरण के चुनाव प्रचार का शोर पूरी तरह थम गया है। वहीं मतदान को लेकर अब प्रशासन पूरी तरह एक्टिव हो गया है। मॉडल से लेकर साधारण बूथों पर व्यवस्थाएं कराई गईं हैं। गर्मी को देखते हुए बूथों पर ठंडे पानी की व्यवस्था की जा रही है। वहीं 895 बूथों पर कैमरों से निगरानी की जाएगी। दरी व मैट बूथों पर बिछाई जाएगी। जिले के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 50 मॉडल बूथ बनाए गए हैं। टेंट लगाने के साथ उनको दुल्हन की तरह सजाया जा रहा। यहां पर सेल्फी केंद्र बनाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश पर जिले में कुल 437 बूथ साधारण बूथों से अलग तरह से तैयार किए गए हैं। जिसमें 50 मॉडल बूथ, 7 महिला बूथ, दो दिव्यांग बूथ, दो यूथ बूथ बनाए गए हैं। यहां पर व्यवस्था पूरी की जा रही है। चुनाव आयोग ने इस बार हर विधानसभा क्षेत्र में 3-3 माडल बूथ बनाने के साथ ही दोनों लोकसभा सभा क्षेत्र में एक-एक यूथ और दिव्यांग बूथ बनाए गए हैं। सभी केंद्रों पर 500 व्हीलचेयर लगाए गए हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर दिव्यांगों की मदद के लिए एनसीसी कैडेट्स और वालंटियर्स उपस्थित होंगे। पोलिंग पार्टियों को रवानगी किए जाने के साथ 13 मई को होने वाले मतदान के लिए भी प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के लिहाज से मजबूत इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए दोनो लोकसभा सीट क्षेत्र को 48 जोन और 304 सेक्टर में बांटा गया हैं। उसी के अनुसार जोनल और सेकटर मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए है कि प्रचार का शोर थमने के बाद सभी राजनैतिक पदाधिकारी, पार्टी के कार्यकर्ता और कैंपेन अफसर के साथ ही अन्य लोग जो विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के वोटर नहीं है और वहां के निवासी नहीं है वह विधान सभा क्षेत्र में इलेक्शन तक नहीं रह सकते हैं। इसके लिए पुलिस टीम शनिवार शाम से ही होटल व अन्य जगहों की चेकिंग करेगी और ऐसे लोगों के पाए जाने पर उनके खिलाफ इलेक्शन कमीशन के नियमों के आधार पर कार्रवाई भी जाएगी। इलेक्शन में कैंडिडेट एक वाहन ही प्रयोग कर सकते हैं। प्रत्याशी के इलेक्शन एजेंट एक वाहन और एक एक्ट्रा वाहन प्रति विधान सभा प्रयोग कर सकेंगे। एक वाहन में पांच व्यक्ति से ज्यादा नहीं हो सकते हैं। वोटर्स को पोलिंग सेंटर तक लाने ले जाने के लिए वाहन का प्रयोग प्रत्याशी नहीं कर सकते हैं।