संवाददाता।
कानपुर। नगर में साढ़-रमईपुर मार्ग में रामगंगा नहर पर बने ब्रिटिशकालीन जर्जर पुल से सटकर निर्माण किए जा रहे नये पुल के दोनों पिलरों की गहरी खुदाई के दौरान नीचे से जलस्रोत खुल आ जाने के कारण पानी भर गया था। जर्जर पुल की नींव तक पानी भर जाने से दरारें बढ़ने से हादसे की आशंका के चलते भारी वाहनों के अलावा चार पहिया वाहनों का भी आवागमन पर रोक लगा दी गयी है। इसके लिए जर्जर पुल के दोनों छोर पर लोहे के दो दो गार्डर गाङ दिये गये हैं। अब सिर्फ दोपहिया वाहनों बाइक साइकिल ही निकल सकती हैं।कानपुर से फतेहपुर जनपद के जहानाबाद बिंदकी को जोड़ने वाले रामगंगा नहर पर ब्रिटिश कालीन दरगाहीलाल पुल सिंचाई विभाग द्वारा करीब आठ दशक पहले बनाया गया था। लगातार क्षतिग्रस्त होने से वर्तमान में यह पुल अपनी मियाद पूरी कर चुका है। अब इसके बगल में नए पुल का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 414 लाख की लागत से कराया जा रहा है। जिसके लिए दो गहरे पिलर की खुदाई शुरू हो चुकी है। इन पिलरों के अंदर से जल स्रोत मिलने से पानी ऊपर तक भर गया है। जो जर्जर पुल के नींव तक जा पहुंचा है। जिससे अब जर्जर पुल में हादसे की आशंका बढ़ गयी है। पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता सत्यरामपाल ने बताया पूरे मामले को उच्च अधिकारियों से अवगत कराया गया है। जिसमें चार पहिया वाहनों के आवागमन के लिये पुल को बंद करने का फैसला किया गया है। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से जर्जर पुल के बीचों बीच दोनों छोर पर लोहे के गार्डर लगाकर आवागमन पर रोक लगा दी गई है, सिर्फ दो पहिया वाहन ही धीमी गति से आरपार हो सकते हैं। साढ़ के रामगंगा नहर में जर्जर हो चुके ब्रिटिशकालीन दरगाहीलाल पुल में आवागमन पूरी तरह बंद होने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने आसपास गांवों से संपर्क मार्गो में रूट डायवर्जन कर चार पहिया वाहनों के आने जाने की व्यवस्था की है। भारी वाहनों के लिये मुख्य मार्गों से होकर निकाला जा सकेगा। अवर अभियंता सत्यराम पाल ने बताया की रमईपुर से साढ़ तरफ जाने वाले वाहन निर्माणाधीन पुल के बाएं हाथ से मिर्जापुर गांव की ओर से होते हुए बायां महनीपुर से होकर थाना साढ़ वाले तिराहे पहुंचकर गंतव्य को पहुंचेंगे। जबकि इसी मार्ग से होते हुए वाहन रमईपुर की तरफ जा सकेंगे। साढ़ से गंभीरपुर गांव होते हुए बाॅया बेहटा होते हुए कुदौंली तिराहे के रमईपुर मार्ग में पहुंच सकेगे। बिंदकी जहानाबाद की ओर से कानपुर जाने वाले भारी वाहन घाटमपुर होकर या बकेवर औंग होते हुए सरसौल जीटी रोड से होकर कानपुर पहुंचेंगे। उधर ग्रामीणों का कहना है कि संपर्क मार्ग पहले से ही बदहाल स्थिति में है। रूट डायवर्जन के बाद इन गांवों से निकलने वाले छोटे बड़े वाहनों से मार्गों की और भी दुर्दशा हो जाएंगी। सांढ़ स्थित रामगंगा नहर में ब्रिटिश कालीन दरगाहीलालपुर पुल के बगल में निर्माण किये जा रहे नए पुल के दोनों पिलर जून माह के अंतिम तक बन जाने की उम्मीद है। और आवागमन बहाल होने में अभी कई महीने लग सकते हैं। लोक निर्माण विभाग के जेई सत्यराम पाल ने बताया रमईपुर जहानाबाद मार्ग जिला प्रमुख मार्ग घोषित है। निर्माणाधीन नया पुल 45 मीटर लम्बा, 12 मीटर चौङा व 5 मीटर ऊँचा आरसीसी कल्वर्ट नया टू-लेन पुल बनेगा। पुल की क्षमता करीब 50 टन भार वहन करने की होगी, जिससे बड़े वाहन भी आसानी से गुजर सकेंगे। अगर मौसम का साथ मिला तो आधुनिक मशीनों की मदद से तीन से चार महीने में नया पुल बन जायेगा।