संवाददाता।
कानपुर। नगर में लोकसभा चुनाव को देखते हुए कानपुर पुलिस अलर्ट मोड पर है।देर रात को घंटाघर चौराहे पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक कार से 50 लाख रुपए बरामद किया है। कार सवार तीन लोगों ने बताया कि उनकी व्यापारिक फर्म का पैसा है। उसे बैंक में जमा करने के लिए रखा हुआ है। पुलिस ने कार समेत रुपए को कब्जे में लिया है। इसके साथ ही रुपए की जांच के लिए एफएसटी टीम को बुलाया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी ईस्ट एसके सिंह ने बताया कि हरबंश मोहाल पुलिस घंटाघर चौराहे पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एक कार को चेकिंग के लिए रोका गया। कार की डिग्गी चेक की गई तो एक बैग में 50 लाख रुपए कैश रखा हुआ था। जांच में इतनी भारी मात्रा में कैश मिलने पर पूछताछ के दौरान व्यापारी हड़बड़ा गए। रुपयों का हिसाब नहीं दे सके। सिर्फ इतना बताया कि रुपया उपमन्यु ट्रेडिंग और उपमन्यु इंटरप्राइजेज लिमिटेड का है। जिसको एचडीएफसी बैंक में जमा कराने के लिए रखा है। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि पैसे की जांच के लिए एफएसटी को बुलाया गया। इनकम टैक्स को भी रकम मिलने की जानकारी दी गई है। जांच के बाद रुपयों पर कार्रवाई को लेकर निर्णय लिया जाएगा। कार चला रहे ड्राइवर ने अपना परिचय सरसैया घाट कोतवाली निवासी गोविंद सविता बताया। जबकि कार में मौजूद अन्य दो लोगों ने अपना परिचय इटावा बाजार निवासी नितिन तिवारी और यशोदा नगर निवासी मनीष शुक्ला बताया। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि चुनाव में काले धन का इस्तेमाल रोकने के लिए चुनाव आयोग की गाइड लाइन के मुताबिक 50 हजार से ज्यादा कैश लेकर कोई नहीं चल सकता है। अगर इससे ज्यादा धन व्यापारिक गतिविधि में इस्तेमाल किया जा रहा है तो व्यापारी को इसका हिसाब-किताब देना होगा। आयोग ने चुनाव लड़ने के लिए पैसे खर्च करने की जो लिमिट तय की है, ज्यादातर प्रत्याशी उससे कई गुना ज्यादा खर्च करते हैं। काले धन का चुनाव के उन कामों में इस्तेमाल किया जाता है जिसका कोई हिसाब नहीं दिया जाता। इसीलिए पार्टियों और प्रत्याशियों के पास अलग-अलग जगहों से भारी मात्रा में कैश पहुंचाया जाता है। इस पर रोक लगाने लिए पुलिस सख्ती से चेकिंग अभियान चलाती है।