June 16, 2025

संवाददाता

कानपुर।  भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी जोन 3 कानपुर के निदेशक डॉ. एस के दुबे ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागालैंड के जलुकी में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने अपने संबोधन में प्राकृतिक खेती पर जोर दिया। केंद्रीय कृषि मंत्री ने नागालैंड में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए 338.83 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की।

इस अवसर पर नागालैंड के उपमुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री मेत्सुबो जमीर, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय इंफाल के कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा भी उपस्थित थे।

उद्घाटन के अवसर पर अपने भाषण में चौहान ने कृषि एवं पशुधन क्षेत्र की प्रगति तथा नागालैंड के विशिष्ट उत्पादों पर प्रकाश डाला।

शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार के अधिकारियों को सलाह दी कि वे नागालैंड के प्रत्येक जिले के लिए वैज्ञानिकों, केवीके अधिकारियों, विश्वविद्यालय के पेशेवरों और किसानों की एक कोर वैज्ञानिक टीम बनाएं, जो महीने में कम से कम दो बार गांवों में किसानों से बातचीत करके उनकी समस्याओं का पता लगाए।इससे जमीनी स्तर पर नीति निर्माण और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप में मदद मिलेगी।केंद्रीय मंत्री ने नागालैंड राज्य में प्राकृतिक खेती के अवसरों पर जोर दिया।उन्होंने विद्यार्थियों के स्टार्ट-अप,उद्यमिता विकास के लिए हरसंभव सहयोग एवं वित्तीय सहायता का आश्वासन दिया।

शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर आयोजित किसान मेले एवं प्रदर्शनी स्टालों का भी अवलोकन किया तथा किसानों से बातचीत की।नागालैंड के राज्यपाल ला. गणेशन ने समारोह की अध्यक्षता की और क्षेत्र के लोगों के लिए पशु स्वास्थ्य देखभाल और कृषि सुधार में मदद करने के लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इम्फाल और कॉलेज की भूमिका की सराहना की। उन्होंने भारत के विकास के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण और किसानों एवं स्टेट होल्डर्स की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया ताकि 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार किया जा सके।

नागालैंड के उपमुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने राज्य में कृषि प्रगति और आर्थिक उत्थान के लिए क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञता और अनुसंधान आधारित खेती के महत्व पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में 639 किसान और राज्य एवं केन्द्र सरकार के 84 अधिकारी शामिल हुए।