November 16, 2025

संवाददाता 

कानपुर। अरब सागर में उठ रहे चक्रवात ‘मोंथा’ का खतरा मंडरा रहा है, जिसकी आंध्र प्रदेश के तट से मंगलवार को टकराने की आशंका जताई गई है। इसका सीधा असर कानपुर सहित पूरे आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। जहां दो दिनों से शहर में रिमझिम बारिश हो रही है और बादलों की घनी चादर छाई हुई है। सुबह और शाम के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे मौसम सुहावना बना हुआ है।

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में एक साथ सक्रिय हुई दो चक्रवाती प्रणालियों ने उत्तर भारत के मौसम का मिजाज बदल दिया है। 

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि चक्रवाती प्रभाव के कारण इस समय हवा की दिशा स्थिर है और आर्द्रता का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। बताते चलें कि इस चक्रवात का नाम थाईलैंड ने सुझाया था, जिसका अर्थ है ‘सुगंधित फूल’। इस साइक्लोन का नाम बिल्कुल ही उसके नाम से विपरीत है वह कई समुद्री तटों पर विनाश कर अपने नाम का विलोम दिखा ही देगा।ये साइक्लोन जब किसी तट से टकराएगा तो वहां विनाश ही करेगा।

अरब सागर के ऊपर एक नया साइक्लोनिक तूफान चक्रवात मोंथा का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक इसका असर कई राज्यों पर पड़ सकता है।मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और अगले कुछ दिनों में इसके और मजबूत होने की संभावना है। 

उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले चक्रवातों को इस क्षेत्र के 13 देशों की ओर से दी गई पहले से तय सूची के अनुसार नाम दिया जाता है। इनमें भारत, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, यमन, ईरान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। हर देश 13-13 नामों की सूची देता है, जिससे कुल 169 नाम तैयार होते हैं। जब कोई नया चक्रवात बनता है, तो मौसम विभाग उस सूची से अगला नाम चुनता है।

इन चक्रवातों का नामकरण भारत के क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र से किया जाता है, जो विश्व मौसम विज्ञान संगठन और एशिया-प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक आयोग की देखरेख में कार्य करता है।

‘मोंथा’ के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है, जिससे अगले कुछ दिनों में मौसम और खराब होने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है  29 अक्टूबर को ओडिशा के गंजम, गजपति, रायगढ़, कोरापुट और मलकानगिरी जिलों में भारी बारिश हो सकती है। अरब सागर के ऊपर बन रहा यह तूफान आने वाले दिनों में कई राज्यों के मौसम को प्रभावित कर सकता है।