June 16, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
शहर  में नगर निगम इस बार करीब 45 लाख से अधिक पौधे रोपेगा। जबकि पूरे प्रदेश में 35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर कार्य योजना पर सभी विभागों ने कार्य करना शुरू कर दिया है। नगर नगर करीब साढ़े 4 लाख पौधे रोपेगा। इसके लिए भूमि  का चिन्हांकन भी शुरू कर दिया गया है।
नगर निगम के उद्यान प्रभारी दिवाकर भास्कर ने बताया कि इस बार नगर के हर वार्ड के एक पार्क को पौधारोपण के लिए चिन्हित किया गया है। इसके अलावा ग्रीनबेल्टे भी चिन्हित की गई हैं, जिनमें पौधारोपण किया जाएगा। 
इस बार गंगा और पांडु नदी के किनारे भी बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा। पौधारोपण के लिए स्थान भी चिन्हित कर लिया गया है। नदियों के किनारे बड़े पैमाने पर वन क्षेत्र बनाने के लिए जापानी पद्धति मियावाकी से ग्रीन कवर बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
कानपुर में कुल क्षेत्रफल का ढाई फीसदी एरिया ही ग्रीन कवर क्षेत्र में है। इस बार इसको एक प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम इस बार सबसे ज्यादा पौधे लगाएगा। जुलाई माह में बड़े पैमाने पर पौधे रोपे जाएंगे। फरवरी से गड्‌ढा खुदाई और मार्च माह में बाकी सभी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
नगर निगम ने पिछले कुछ वर्षों में शहर में जंगल तैयार करने की प्रक्रिया को धरातल पर उतारा है। कानपुर नगर में वर्तमान में चार मिनी फॉरेस्ट तैयार किये जा चुके है तथा सात अन्य स्थलों पर मिनी फॉरेस्ट तैयार करने की प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जा रहा है, जो अगले दो वर्ष में तैयार भी हो जाएंगे।
इसी कड़ी में कानपुर नगर निगम ने रूमा में मियावाकी पद्धति से 4,06,934 पौधों का रोपण किया जा चुका है। नगर निगम उद्यान प्रभारी दिवाकर भास्कर ने बताया कि 2024 में आए आंकड़ों के मुताबिक कानपुर नगर का नाम देश के 20 प्रदूषित शहरों में नहीं है।
इस तकनीक से सराय मीता अखाड़ा पार्क के सामने, गुप्तार घाट में, रत्न शुक्ल इंटर कॉलेज में, विजयनगर ट्रैफिक चिल्ड्रन पार्क में, अंबेडकर पार्क पनकी में, ट्रैफिक पार्क विजयनगर में, शनेश्वर मंदिर की ग्रीन बेल्ट में, शेखपुरा के जाना गांव में पार्क बनाए गए हैं।