
संवाददाता
कानपुर। कलेक्ट्रेट में डीएम के जनता दर्शन में बेटे और बहू से सताई गई एक वृद्धा पहुंची। उनकी बेटे व बहू द्वारा मारपीट कर घर से निकालने की व्यथा सुनकर डीएम ने तत्काल बेटे को बुलाया और मां से अभद्रता न करने की हिदायत दी,जिसके बाद मां के साथ बेटे को घर भेजा।
62 वर्षीय ऊषा शर्मा निवासी जनता नगर ने बताया कि उनके बेटे और बहू ने मारपीट कर घर से निकाल दिया। उनकी पेंशन की रकम, मोबाइल और आधार भी छीन लिया गया। घर छिनते ही उनका सहारा भी छिन गया और वे दर-दर भटकने लगीं। वह रोने लगी और उनके हाथ पैर कांप रहे थे।
उनकी पीड़ा समझकर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने उन्हें अपने पास बैठाया और करीब दो घंटे तक उनकी व्यथा सुनी। इसके बाद डीएम ने तुरंत बेटे को बुलवाया। आमने-सामने बातचीत हुई और मामला सुलझ गया। कुछ ही देर बाद मां-बेटा साथ घर लौटे। दफ्तर के गलियारे उस पल के गवाह बने, जब बेटे ने मां का हाथ थामा और मां की आंखों में उम्मीद की चमक लौट आई।
इसके बाद भी डीएम ने वृद्धा ऊषा शर्मा को फोन करके उनका हालचाल लिया। वृद्धा ने संतोष के साथ कहा कि अब वह बेटे के साथ घर पर हैं। डीएम ने बेटे को कड़ी हिदायत दी कि वह मां का सम्मान करे और आगे कभी दुर्व्यवहार न हो।





