कानपुर। नजूल काण्ड् से जुडे आरोपियों के खिलाफ अब पुलिस की नजर बहुत ही अधिक टेढी हो गयी है। पुलिस ने सभी आयोपियों के खिलाफ उनके घरों की कुर्की करने के लिए कोर्ट को आवेदन भी भेज दिया है। बतातें चलें कि सिविल लाइंस स्कूल कम्पाउंड कब्जाकांड में फरार चल रहे प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष और उसके नौ साथी आरोपियों के खिलाफ 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया है। पहले यह इनाम 25 हजार रुपए था। इसके साथ ही ही कुर्की की कार्रवाई के लिए भी पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। सिविल लाइंस में बीते 28 जुलाई को 1000 करोड़ की जमीन पर पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित गैंग ने कब्जे का प्रयास किया था। मामले में लेखपाल विपिन कुमार और जमीन पर काबिज सैमुएल गुरुदेव सिंह की तहरीर पर अलग-अलग दो एफआईआर दर्ज की गई थीं। इसके बाद पुलिस ने अवनीश दीक्षित को अरेस्ट करके जेल भेजा था।अवनीश की अरेस्टिंग के बाद से ही मुकदमें में नामजद आरोपी अली अब्बास, विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला, अर्पण एरियल, नौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, हरेन्द्र मसीह और जितेश झा फरार हो गए थे। एक महीने बाद भी पुलिस आरोपितों की अरेस्टिंग नहीं कर सकी है। अब इन सभी आरोपियों पर 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार का इनाम घोषित करने की कर दिया गया है।डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि कब्जाकांड में आरोपियों की ओर से बनाई गई आनंदेश्वर एसोसिएट भी जांच के दायरे में है। इसमें शामिल जितेश झा के अलावा राम प्रताप सिंह, सुधांशु तिवारी, शरद कुमार शुक्ला, देशराज वर्मा, हरीओम गुप्ता, संदीप शुक्ला शामिल हैं। वहीं अमित सिंह उर्फ मीतू कम्पनी में साइलेंट पार्टनर है।कम्पनी की तरफ से उक्त जमीन की पॉवर ऑफ अटार्नी करने वाले झांसी के हरेन्द्र मसीह की संस्था को 25 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। सारे साझेदारों को बयान दर्ज कराने के लिए दोबारा नोटिस जारी किया गया है। वहीं, अवनीश ने कब्जाकांड में जिस एडवोकेट अजय शर्मा का नाम लिया था, उन्हें भी नोटिस जारी किया गया है। अजय शर्मा ने पुलिस के नोटिस को लेकर सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है।