March 20, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
केंद्र सरकार देश और प्रदेश को 2025 में टीबी मुक्त कराने का अभियान चला रही है। इसको लेकर कानपुर में भी अभियान लगातार चलाया जा रहा हैं। 

इसी क्रम में कानपुर सीएमओ डॉ. हरी दत्त नेमी ने टीबी रोगियों की ट्रैकिंग की, जिसमें 500 मरीज टीबी के मिले। उन्होंने तत्काल संबंधित कर्मियों को निर्देशित किया कि इन मरीजों का उपचार शुरू किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग को तो ये भी नहीं पता है यह टीबी रोगी है, और अगर हैं तो किस क्षेत्र के हैं। हालांकि इसकी जानकारी जब सीएमओ को हुई तो उन्होंने सभी टीबी रोगियों की ट्रैकिंग करने के निर्देश दिए है। जिले में वर्तमान में 20 हजार से अधिक टीबी के रोगी पंजीकृत है, लेकिन इनमें से करीब 500 रोगी ऐसे है, जिनके बारे में जिला क्षय रोग विभाग को जानकारी ही नहीं है।
इन मरीजों की अब विभाग के अधिकारियों ने ट्रैकिंग की हैं। ऐसा तब हो रहा हैं, जब विभाग के अधिकारियों को साफ तौर पर जानकारी है कि एक टीबी रोगी अपने आसपास के लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। इसलिए इनकी ट्रैकिंग बहुत जरूरी है।
इस बात की जानकारी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को तब हुई, जब स्वास्थ्य विभाग और जिला क्षय रोग विभाग के अधिकारियों की एक बैठक हुई थी। 500 टीबी रोगियों के लापता होने की जानकारी जब सीएमओ डॉ.हरीदत्त नेमी को लगी तो वह भी हैरान हुए।
सीएमओ ने इस पर तत्काल जिला क्षय रोग अधिकारी व एसीएमओ डॉ.सुबोध प्रकाश और विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएमओ ने निर्देश दिए कि जिन 500 टीबी रोगियों का इलाज नहीं चल रहा है, उनसे तत्काल संपर्क किया जाए और उनका इलाज शुरू कराने के लिए टीम का गठन किया जाए।
सीएमओ ने बताया कि 500 टीबी रोगियों में से कुछ अन्य जिलों में हैं और कुछ का इलाज इन प्रोसेस है। निर्देश दिए गए है कि एक-एक रोगी की ट्रैकिंग कर के उनका इलाज जल्द से जल्द शुरू किया जाए। कोई भी रोगी अनावश्यक कारण से इलाज से वंचित न रहे।
इसके अलावा उन्होने निर्देश दिए कि सभी ग्राम पंचायतों को 100 प्रतिशत टीबी मुक्त कराए जाने के लिए सर्वे कराया जाए। यह कार्य मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाए।