
आ स. संवाददाता
कानपुर। आजकल रणवीर अल्लाहबादिया के माता पिता को लेकर किए गए अश्लील कमेंट चर्चा में हैं। इस पर कानपुर आए फिल्म अभिनेता राजपाल यादव ने कहा कि मैं उस कला की बहुत इज्जत करता हूं, जिसमें क्लास हो और मास हो। कैमरे के सामने आने से पहले सेंसर बोर्ड का ख्याल रखना चाहिए। उससे पहले हमें खुद के अंदर सेंसर लगाना जरूरी है। आज सोशल मीडिया के युग में हमारे पास जो भी कंटेंट हो, उससे बच्चा, बुढ़ा और जवान सभी का मन प्रसन्न हो जाना चाहिए। चार्ली चैंपियन ने कहा था कि अगर हमारे दुख से लोग प्रसन्न हो रहे हैं तो वो दुख अच्छा है, अगर हमारे सुख से लोग दुखी हो रहे हैं तो वो कलाकार बेकार हैं।
अभिनेता राजपाल यादव ने कहा कि सेंसर बोर्ड आपके मन में होना चाहिए। कुछ चीजें ऐसी होती है जहां पर एडिट करने की जरूरत नहीं होती है, लेकिन अगर आप कैमरे के सामने बोल रहे है तो उसमें क्या बोलना है, स्पेशली जिसमें कला जुड़ी हो, उसमें आपको ध्यान रखना होगा कि ऐसी कोई बात न कहे, जिससे कोई आहत हो।
राजपाल यादव ने कहा कि मैं पिछले कई सालों से थिएटर कर रहा हूं, मंच साझा कर रहूं, फिल्म कर रहा हूं, लेकिन मैं उस कला की इज्जत करता हूं, जिससे दूसरों का मन प्रसन्न हो जाए।
राजपाल ने वेब सीरीज पर बोलते हुए कहा कि मैं हमेशा से उस वेब सीरीज के खिलाफ रहा हूं, जिससे अश्लीलता परोसी जाती है। मैं उस वेब सीरीज को वेब सीरीज मानता हूं, जिसमें अपर द बेल्ट हो, जिसकी कोई मीनिंग हो, मनोरंजन हो। जो वेब सीरीज में ब्लू द बेल्ट होती है उसे मैं बीमारी मानता हूं, उसे वेब सीरीज मानता ही नहीं हूं। उसमें काम करने वाले न किसी डायरेक्टर को मानता हूं, न कलाकार को मानता हूं। मैं उसे बीमार प्रोजेक्ट मानता हूं।
यूपी की धरती में एक से बड़े एक ऋषिमुनि, एक से बड़े एक राजनेता, अभिनेता क्या नहीं हैं, यूपी में। जितने धार्मिक स्थल है, जहां पर रामजी, कृष्ण जी और अलग-अलग धर्म को मानने वालों का केंद्र बिंदु है यूपी।
यूपी हमारी जन्म भूमि है, मातृ भूमि हैं और महाराष्ट्र हमारी कर्म भूमि हैं। इसके बारे में तो 10 घंटा भी बोलू तो कम हैं, बातें खत्म नहीं होती है। यूपी हमारा स्वाभिमान हैं। यूपी ने हमें मुंबई तक पहुंचाया और मुंबई ने हमें पूरी दुनिया में पहुंचाया है।
राजपाल यादव ने कहा कि महाकुंभ में बहुत बढ़िया व्यवस्था है, मैं 3 बार गया हूं वहां पर। मैं हमेशा कुंभ में जाता रहता हूं क्यों कि हमारे दद्दा जी परम पूज्य श्री देव प्रभाकर शास्त्री जी जिन्होंने जीवन दर्शन के माध्यम से शिवलिंग के माध्यम से विश्व कल्याण और राष्ट्र कल्याण हेतु अपना जीवन दान किया। मेरी निजी जिंदगी का अगर कोई दिव्य दर्शन है तो मेरे माता पिता और मेरे गुरु दद्दा जी हैं।