आ स. संवाददाता
कानपुर। साइबर ठगों ने 3 लोगों को रातो रात लाखों के मुनाफे का झांसा देकर करीब 1.25 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड कर लिया। कल्याणपुर के एक अपार्टमेंट में रहने वाले डॉक्टर को निवेश कर रातो रात लाखों के मुनाफे का झांसा देकर 76 लाख रुपए की ठगी कर ली।
ठीक इसी तरह नवाबगंज के कारोबारी को शेयर में लाखों का मुनाफे के सपने दिखाकर 13.80 लाख रुपए ठग लिया और जूही गौशाला निवासी कारोबारी से टास्क पूरा करने का झांसा देकर 25 लाख रुपए ठग लिया। साइबर थाने की पुलिस ने तीनों मामले में रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पहले मामले में कल्याणपुर के डिविनिटी होम्स में रहने वाले नीरज सिंह डॉक्टर हैं। नीरज ने बताया कि 25 अक्तूबर को उनके व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर पर लिंक आया। लिंक भेजने वाले ने निवेश करने पर कई गुना मुनाफा कमाने का लालच दिया। मैसेंजर से ही उन्हें अनीता देव नाम से कॉल करके पहले निवेश और लाखों के मुनाफे का झांसा दिया गया। इसके बाद लिंक भेजकर ऑनलाइन निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया।
कम समय में अधिक मुनाफा कमाने के लालच में आकर नीरज ने स्टेट बैंक की काकादेव शाखा से अलग-अलग समय पर 47 लाख रुपए और एचडीएफसी बैंक कृष्णा टावर, सिविल लाइंस से 29 लाख रुपए साइबर ठगों द्वारा बताए खातों में भेज दिए।
25 अक्तूबर से 23 दिसंबर के बीच 48 दिनों में उन्होंने 11 ट्रांजेक्शन करके ठगों के खाते में 76 लाख रूपये भेज दिए। थाना प्रभारी साइबर सेल सुनील वर्मा ने बताया कि अकाउंट को फ्रीज करके ठगी की रकम को वापस लेने का प्रयास किया जा रहा है।
दूसरे मामले में नवाबगंज निवासी कारोबारी के वॉट्सऐप पर नवंबर को एल फाइव सिक्योरिटीज एक्सचेंज ग्रुप का लिंक भेजकर जुड़ने के लिए कहा गया। कारोबारी को बताया गया कि कंपनी शेयरों में निवेश करती है। ग्रुप एडमिन द्वारा लाभ वाले शेयर का सुझाव दिया जाता था।
कारोबारी को इसके लिए एप डाउनलोड करने को कहा गया। ग्रुप को असली मानते हुए कारोबारी ने उन सभी खातों में रुपयों का निवेश करना शुरू कर दिया। 21 नवंबर से तीन दिसंबर 2024 के मध्य उन्होंने कुल 13.80 लाख रुपये जमा कर दिए।
निवेश के बाद उन्हें एप पर ऑनलाइन रातोंरात अपने इन्वेस्टमेंट में लाखों का मुनाफा भी दिखाने लगा। 13.80 लाख महज चंद दिनों में ही दोगुने से ज्यादा की रकम हो गई थी, लेकिन जब उन्होंने रुपए निकालने का प्रयास किया तब पता चला कि एप पर उन्हें मुनाफा दिखाई दे रहा है, लेकिन सच्चाई में उनके साथ ठगी हो चुकी है।
इसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को जानकारी दी, जिस पर उन्हें साइबर ठगी की जानकारी हुई। साइबर थाना प्रभारी सुनील वर्मा ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करके खातों को फ्रीज करा दिया गया है।
इसी तरह तीसरे मामले में साइबर ठगों ने आनलाइन टॉस्क पूरा करने के नाम पर जूही के गौशाला निवासी मोहित गुप्ता से 25 लाख रुपये की ठगी की। उन्होंने बताया कि कुछ माह पहले उनके पास मैसेज आया। उन्हें ऑनलाइन टॉस्क के नाम पर रुपये कमाने का भरोसा दिया गया। झांसे में आकर उन्होंने 7 दिसम्बर से 15 दिसम्बर के बीच में 25 लाख ट्रांसफर कर दिए। बावजूद आरोपित द्वारा अतिरिक्त रुपये की मांग की। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। तब उन्होंने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। घर बैठे टास्क पूरा करके लाखों रुपए कमाने के चक्कर में साइबर ठगों ने उनकी जमा पूंजी हड़प ली। मोहित ने बताया कि ठगी के बाद वह पूरी तरह से सड़क पर आ गए हैं।
एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि 24 घंटे के भीतर दर्ज हुए तीनों मामलो की प्राथमिकता पर जांच शुरू कर दी गई है। तीनों मामलों के लिए अलग-अलग टीमों को खुलासा करने के लिए लगाया गया है। तीनों केस में ठगों के खाते फ्रीज करा दिए गए हैं। क्राइमब्रांच जल्द ही साइबर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करेगी।