अखिलेश यादव ने बयान की करी कड़ी निंदा।
कानपुर। नगर में जल्द ही होने जा रहे सीसामऊ विधानसभा उप–चुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ गई हैं। कानपुर पहुंचे आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बहन जी पर टिप्पणी करने वाले भाजपा विधायक को जूते से मारना चाहिए…। भाजपा के कुछ नेता हैसियत से ज्यादा बोलते हैं। बहन जी हमारी नेता और आदर्श हैं। उनके सम्मान में अगर कोई गलत बात कहेगा तो भीम आर्मी के लोग हिसाब–किताब करेंगे। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आज मंडल कमीशन के अध्यक्ष बीपी मंडल और राम स्वरूप वर्मा की जयंती है। इस जयंती पर सामाजिक न्याय सम्मेलन बांदा में रखा है, उसी में शामिल होने मैं जा रहा हूं। प्रदेश में जो हालात चल रहे हैं, अखबार पढ़ने में महिलाओं के साथ हत्या, रेप, चोरी, डकैती, भ्रष्टाचार की खबरें आती है, यह उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और जो गरीबों, कमजोरों, किसानों के दमन की राजनीति चल रही है यह उसका सच है। चंद्रशेखर ने कहा–हम आरक्षण में वर्गीकरण के खिलाफ इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि हमने सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ा है। हम चाहते हैं कि भाइयों की एकजुटता बनी रहे। इसीलिए हमने प्रयास किया है कि बहुत जल्द हम अनुसूचित जाति के सभी जातियों के प्रतिनिधियों को बुलाकर हम वार्ता करेंगे। हम कोशिश करेंगे की एक–दूसरे को समझें और कोई रास्ता मिलकर निकालें। क्योंकि हमें सरकार की मंशा पर शक है। चंद्रशेखर ने कहा– रही बात अब उप–चुनाव है मेरा प्रयास रहेगा कि सीसामऊ से सपा विधायक रहे इरफान सोलंकी भाई को न्याय मिले। जिस तरह उनका उत्पीड़न किया गया है। जिस तरह से उन्हें सताया गया है यह किसी से छिपा नहीं है। मैं, कोशिश करूंगा की आजाद समाज पार्टी के जरिए उनकी आवाज को भी उठाने का काम करें। शुक्रवार को एक टीवी चैनल पर डिबेट चल रही थी। इसमें मथुरा से विधायक और प्रवक्ता राजेश चौधरी ने मायावती पर टिप्पणी करते हुए कहा– वह 4 बार मुख्यमंत्री रहीं। इसमें कोई संदेह नहीं। पहली बार उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी। यूपी में सबसे भ्रष्टतम मुख्यमंत्री कोई हुआ है, तो उनका नाम है मायावती। भाजपा विधायक की बसपा प्रमुख मायावती पर टिप्पणी से यूपी की सियासत गरमा गई है। अखिलेश यादव ने बयान की कड़ी आलोचना की। भाजपा विधायक के बयान देने के थोड़ी देर बाद ही अखिलेश ने एक्स पर मायावती के समर्थन में पोस्ट किया। लिखा– यूपी के पूर्व महिला मुख्यमंत्री पर भाजपा विधायक के बयान दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं के प्रति कितनी कटुता भरी है। खासकर से वंचित–शोषित समाज से आने वाली महिला के प्रति। राजनीति में मतभेद अपनी जगह होते हैं, लेकिन एक महिला का मान–सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है। भाजपाई कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी। ये लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है । अखिलेश ने आगे कहा– बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना कि वो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं, बेहद आपत्तिजनक है। अगर ऐसे लोगों के खिलाफ भाजपा तुरंत कार्रवाई नहीं करती है, तो मान लेना चाहिए, ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है, बल्कि पूरी भाजपा का है। मायावती ने सपा प्रमुख का आभार जताया।एक्स पर लगातार 4 पोस्ट किए। लिखा– सपा मुखिया ने मथुरा जिले के भाजपा विधायक को उनके गलत आरोपों का जवाब दिया। इसके जरिए उन्होंने मुझे ईमानदार माना, इसलिए पार्टी की तरफ से उनका आभार। मायावती ने कहा– भाजपा विधायक की अब भाजपा में कोई पूछ नहीं रह गई है, इसलिए वह मेरे खिलाफ अनाप–शनाप बयानबाजी करके सुर्खियों में आना चाहता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर भाजपा विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करती है तो फिर इसका जवाब पार्टी के लोग अगले विधानसभा चुनाव में देंगे। वर्तमान में होने वाले 10 उपचुनावों में भी भाजपा पार्टी को जरूर जवाब मिलेगा। भाजपा विधायक ने अखिलेश को जवाब दिया है।एक्स पर लिखा– लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है..समाजवादी पार्टी को आपने बलात्कारी पार्टी बना दिया है। अयोध्या और कन्नौज में पिछड़े और दलित नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार होता है, आप अल्पसंख्यक वोट के लिए हिंदू दलित बेटी की इज्जत दांव पर लगा देते हैं। अखिलेश जी आप भ्रष्टाचार के तो सारे रिकॉर्ड तो तोड़ ही चुके हैं। मायावती जी की जान और आबरू बचाने वाली भाजपा पार्टी ही थी। नहीं तो सपाई गुंडे एक दलित महिला नेता की हत्या कर देते। पद के लिए अपने पिता का भरे मंच पर अपमान करने वाले संस्कार की बात करते हैं..आप घोर जातिवादी और भ्रष्टाचारी हैं।