February 7, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
नजफगढ़ गंगा घाट पर माघ मास की मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। भोर से ही श्रद्धालुओं का घाट पर आना शुरू हो गया, जहां कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों ने गंगा स्नान कर दान-पुण्य किया।
स्थानीय पंडित अंकित तिवारी के अनुसार, माघ मास की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। शास्त्रों में इस दिन भगवान शिव, विष्णु और पितरों की पूजा का विधान है। मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या पर मौन रहकर गंगा स्नान करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से, पितृ दोष से पीड़ित व्यक्तियों के लिए इस दिन का स्नान और दान पुण्य परिवार में शांति लाने वाला माना जाता है।
नजफगढ़ निवासी रामशंकर तिवारी ने बताया कि मौनी अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान करने से उत्तम पुण्य की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और अन्य वस्तुओं का दान देने का भी विशेष महत्व है।
गंगा स्नान पर आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस बल को घाट पर तैनात किया गया। पूरे दिन सभी व्यवस्थाए सुचारू रूप से चलती रही और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।