November 22, 2024

संवाददाता।

कानपुर। नगर में किसी बीमारी के विरुद्ध रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीकाकरण बेहतर उपाय है। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए टीकाकरण सबसे उपयुक्त, प्रभावी और सस्ती व्यवस्था मानी जाती है। इसीलिये गर्भावस्था में दो बार और बच्चों को पांच साल की उम्र तक सात बार नियमित टीकाकरण की सुविधा दिलवाना अनिवार्य है। टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए 24 से 30 अप्रैल तक ‘विश्व प्रतिरक्षण सप्ताह’ मनाया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने दी। डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण के लिए कार्यकर्ता अथवा लिंक वर्कर के जरिए लाभार्थियों के बीच बुलावा पर्ची का वितरण करवाया जाएगा। साथ ही इस बात पर भी जोर होगा की कोई भी टीकाकरण सत्र से छूटे ना। गर्भवती माताओं को टीकाकरण से होने वाले फायदों के बारे में भी अवगत कराया जायेगा। उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि टीकाकरण सत्र की जानकारी और सुविधा अपने क्षेत्र के आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम की मदद से प्राप्त की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। गर्भवती को पहला टीका गर्भावस्था का पता चलने पर और दूसरा टीका एक महीने के अंतराल पर अवश्य लगवा लेना चाहिए। कानपुर जनपद में इस वर्ष अप्रैल माह में 20 अप्रैल तक कुल 6,667 गर्भवती महिलाओं और शून्य से एक साल तक के 15,634 व एक साल से ज्यादा उम्र के कुल 6089 बच्चों का टीकाकरण हुआ। वहीं, पिछले वर्ष अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक कुल 1,07,559 गर्भवती महिलाओं और 1,03,163 बच्चों का टीकाकरण हुआ। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार जनपद में वर्ष 2019-21 में 96.4 प्रतिशत बच्चों के पब्लिक हेल्थ फैसिलिटी में टीकाकरण प्राप्त किया है। वहीं, 81.2 प्रतिशत बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण हुआ है। 93.7 प्रतिशत बच्चों को बीसीजी का टीका लगाया गया है।

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