संवाददाता।
कानपुर। नगर में आईआईटी का स्वास्थ्य केंद्र में एनजीओ प्रणोदय के सहयोग से सीपीआर पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में कैंपस में तैनात सभी सुरक्षा कर्मियों ने प्रतिभाग किया। कैंपस समुदाय को जीवन-रक्षक कौशल से लैस करने के उद्देश्य से इस कार्यशाला में छात्रों, शिक्षकों, सुरक्षा कर्मियों और कर्मचारियों सहित 400 से अधिक प्रतिभागियों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। कार्यक्रम के अंतर्गत कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर), बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) और प्राइमरी ट्रॉमा केयर जैसे आवश्यक विषय शामिल हैं। प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण पूरा होने पर प्रमाण पत्र दिया गया। अनुभवी चिकित्सकों की टीम ने पुतले पर प्रशिक्षण किया। इनमें डॉ सुनीत गुप्ता, पुणे से एमडी डॉ. प्रदीप टंडन, दिल्ली से एमएस एमसीएच के साथ प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. एके अग्रवाल ने हर व्यक्ति को अलग से प्रशिक्षण दिया। इस सीपीआर प्रशिक्षण पहल में आईआईटी कानपुर स्वास्थ्य केंद्र की प्रमुख डॉ. ममता व्यास, डॉ. राकेश मिश्रा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र किशोर की अहम भूमिका रही। डॉक्टरों द्वारा प्रशिक्षण देने के बाद सुरक्षा कर्मियों ने खुद भी पुतले पर अभ्यास किया।इस दौरान उन्होंने जाना कि कैसे एक व्यक्ति को जीवन दान दिया जा सकता है। यदि अस्पताल ले जाने में देरी हो रही हो तो उस बीच का जो समय होता है उसमें प्राथमिक उपचार को तौर पर क्या-क्या कर सकते है, जिससे मरीज की सांसे वापस आ सकें।