संवाददाता।
कानपुर। नगर में कानपुर सचेंडी थाना क्षेत्र में पुलिस की प्रताड़ना से युवक के सुसाइड कांड के 24 घंटे भी नहीं बीते थे और सचेंडी पुलिस प्रताड़ना का एक और मामला सामने आ गया। इस बार भीमसेन चौकी इंचार्ज ने शिकायत करने पहुंचे पीड़ित को ही चौकी में बांधकर पीटा । पीड़ित के परिवार ने पुलिस कर्मियों की करतूत का मौके से वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज करके अरेस्ट कर लिया। पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। सचेंडी के सोना गांव में रहने वाले रोहित गुप्ता और सुमित गुप्ता की मिठाई की दुकान है। रोहित ने बताया कि मंगलवार देर शाम को गांव के ही दबंग मुन्ना मिश्रा उर्फ रवि आकर नशेबाजी करने लगा। विरोध करने पर मुन्ना ने दोनों भाइयों से मारपीट की और धमकाते हुए वहां से निकल गया। रोहित और सुमित भीमसेन चौकी पहुंचे और आरोपियों की शिकायत करने पहुंचे। आरोप है कि दबंग मुन्ना मिश्रा की चौकी इंचार्ज से नजदीकी है। इसके चलते उन्होंने सुनवाई करना तो दूर ठीक से बात करना भी उचित नहीं समझा। रोहित को चौकी में मौजूद पुलिस कर्मियों ने कहा कि इसे दबोच लो और जमकर डंडे से पीटा। पुलिस कर्मियों ने रोहित को चौकी में बांधकर इस कदर पीटा कि पीठ से लेकर पांव तक डंडों से पिटाई के निशान छप गए। इससे आक्रोशित परिवार के लोगों ने मौके का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। रोहित से मारपीट की जानकारी मिलते ही गांव के सैकड़ों लोग भीमसेन चौकी पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद एसीपी पनकी टीबी सिंह थाने पहुंचे और मामले में रोहित की तहरीर पर दबंग मुन्ना मिश्रा उर्फ रवि के खिलाफ एफ़आईआर के आदेश दिए। इसके बाद आरोपी को अरेस्ट भी कर लिया गया। गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि दबंग मुन्ना मिश्रा दलाली करता है। पुलिस का संरक्षण होने के चलते इलाके में घूम-घूमकर गुंडागर्दी करता है। इसी के चलते पुलिस कर्मियों ने मुन्ना के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए पीड़ित रोहित को ही चौकी में बांधकर पीटा। रोहित और गांव के लोग अफसरों से गुहार लगाते रहे कि भीमसेन चौकी इंचार्ज समेत अन्य सभी पुलिस कर्मियों का मेडिकल कराया जाना चाहिए। क्योंकि सभी पुलिस कर्मी नशे में थे। लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी और पुलिस कर्मियों का मेडिकल नहीं कराया। गांव के लोगों का कहना था कि अगर मेडिकल कराया जाता तो चौकी इंचार्ज समेत अन्य पुलिस कर्मी के नशे में होने की पुष्टि हो जाती और फिर पुलिस को मजबूरन एक्शन लेना पड़ता, लेकिन एसीपी और डीसीपी ने दोषी पुलिस कर्मियों को बचा लिया। दुकानदार को चौकी में बांधकर पीटने के बाद भीमसेन चौकी में सैकड़ों लोगों की भीड़ पहुंच गई। पीड़ित परिवार ने चौकी में पुलिस की करतूत का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। भीड़ का गुस्सा और वीडियो बनता देख चौकी इंचार्ज भीमसेन समेत अन्य पुलिस कर्मी वहां से भाग निकले। एसीपी टीबी सिंह देर रात चौकी पहुंचे तब जाकर मामला शांत हुआ।