September 8, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर मे कानपुर और अकबरपुर लोकसभा सीट का परिणाम घोषित हो गया है। दोनों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी जीत गए हैं, लेकिन इन दोनों सीटों पर कुल 11,796 मतदाता ऐसे भी रहे, जिन्होंने आधे-अधूरे मन से अपने मताधिकार का प्रयोग किया और किसी को वोट नहीं दिया। उन्होंने नोटा का बटन दबाकर उम्मीदवारों को ठेंगा दिखा दिया। नगर क्षेत्र में 53.05 फीसदी मतदाताओं ने वोट दिया। 4117 मतदाता ऐसे भी रहे, जो तपती धूप में वोट डालने के लिए घरों से निकलकर पोलिंग बूथ पर भी गए, हालांकि इन लोगों ने आलोक मिश्रा, रमेश अवस्थी और कुलदीप सिंह भदौरिया समेत चुनाव लड़ रहे किसी भी नेता को कानपुर का सांसद बनने के योग्य नहीं समझा। ये ईवीएम में नोटा वाले बटन दबाकर लौट आए। नोटा दबाने के मामले में किदवईनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सबसे आगे रहे। यहां 1139 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र में 1037, सीसामऊ में 610, आर्यनगर में 562 और कैंट में 700 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। डाक मतपत्रों में 69 वोट नोटा पर पड़े। पिछले लोकसभा चुनाव में नगर क्षेत्र में 4057 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था। उस बार लोगों ने प्रत्याशियों को लेकर नापसंदगी इस कदर जाहिर कर दी थी कि आठ प्रत्याशियों से ज्यादा वोट नोटा के खाते में दर्ज हो गए, जबकि वर्ष 2014 में 2278 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था। अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र के 7649 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। इस बार चुनाव लड़ रहा कोई भी उम्मीदवार इन मतदाताओं की नजर में सांसद बनने योग्य नहीं था। इसलिए उन लोगों ने ईवीएम में सबसे नीचे दिए हुए नोटा के बटन को दबाकर अपना विरोध जताया। सबसे ज्यादा नोटा 1786 महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र में दबाया गया। इस बार कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में 1375, बिठूर में 1692, घाटमपुर में 1522 और अकबरपुर रनियां में 1148 लोगों ने नोटा का बटन दबाकर उम्मीदवारों को नकार दिया। बैलेट में भी 126 लोगों ने नोटा चुना। पिछले लोकसभा चुनाव में अकबरपुर में 7994 लोगों ने नोटा दबाया था। यहां भी छह निर्दलियों से ज्यादा वोट नोटा को मिले थे। वर्ष 2014 में 3948 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था।

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