कानपुर। जहां वर्तमान समय में लोगों को जिन्दा रहने के लिए पैंसों की टेंशन लगातार रह रही है वहीं मर चुके लोगों के खातों में पेंशन जा रही है। इसकी बानगी समाज कल्यांण विभाग के कुछ कर्मचारियों की मानी जा सकती है जिन्होंने सत्यापन करने में थोडी देरी की हो या फिर मृत्यु प्रमाण पत्र समय से उपलब्ध नही करवाया जा सका हो। वृद्धा अवस्था पेंशन के लिए कुछ वृद्ध लोग कलेक्ट्रेट परिसर स्थित समाज कल्याण विभाग के चक्कर काटते दिखायी पड जाएगें तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं वह स्वर्ग तो सिधार गए लेकिन उनके खाते में पेंशन जा रही है। शासन के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग ने जब सत्यापन कराया तो 2250 मृतकों के खाते में पेंशन जाती मिली।हर तिमाही तीन हजार रुपए इनके खाते में भेजे जा रहे थे। विभाग ने पात्र सूची से नाम हटाकर पेंशन खाते पर रोक लगाने के लिए बैंक को पत्र लिखा है। वहीं खाते में गई पेंशन के लिए विभाग अब नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है।सरकार गरीब बुजुर्गों को आर्थिक मदद के तौर पर वृद्धा पेंशन देती है। इसमें हर लाभार्थी को एक हजार रुपए प्रत्येक माह के हिसाब से तीन माह में तीन हजार रुपये भेजे जाते हैं। जिले के दस ब्लाकों में करीब 78 हजार वृद्धा पेंशन के लाभार्थी हैं। वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद शासन के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग ने घर-घर सर्वे कराया। इससे पता चला कि जिलेभर में करीब 2250 लाभार्थियों के खाते में मृत्यु के बाद भी धनराशि जा रही है। विभाग ने ऐसे लाभार्थियों के नाम पात्र सूची से हटा दिए गए हैं और खाते में रोक लगा दी है। विभाग ने सभी के खाते से धनराशि वापस लेने के लिए बैंक को पत्र लिखा है।जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह ने बताया कि जिले के सभी लाभार्थियों का सत्यापन कराया है। जिसमें कई मृतक मिले हैं। सभी का नाम सूची से हटाकर खाते में गई धनराशि वापस ली जाएगी।