कानपुर। पर्यावरण सुरक्षा के लिए अभियान पर साईकिल से 15 हजार किलोमीटर की यात्रा पर निकली निशा का स्वा्गत गुरुवार को रोटरी क्लब ऑफ कानपुर नॉर्थ 3110 और इंटरेक्ट क्लब गौरव मेमोरियल इंटरनेशनल स्कूल की ओर से किया गया। माउंड एवरेस्ट जैसे कठिन मिशन को फतह करने वाली निशा के सम्मान के समय उनके साथ कोच निलेश बरोड़ भी मौजूद रहे। बतातें चलें कि निशा ने पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर अभियान की शुरुआत बहुत ही कठिन परिस्थितियों में की थी। निशा 15 हजार किलो मीटर के सफर पर अपनी साइकिल से निकली है। गुरुवार को जब वह कानपुर पहुंची तो यहां वह बिठूर स्थित गौरव इंटरनेशनल स्कूल में रुकी।महाराष्ट्र की रहने वाली निशा कुमारी ने बीते साल 17 मई 2023 को माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की थी। उन्होंने अपने इस सफर में हाथों की 9 उंगलियां भी खो दीं थी। निशा ने बताया था कि वहां पर -16 डिग्री तापमान रहता है। ऐसे में वहां चढ़ते समय हाथों के आगे की पोर गल गई थी। निशा की साइकिल यात्रा लगभग एक माह पूर्व शुरु हुई थी। वडोदरा से शुरू हुआ सफर गुजरात से होकर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और यूपी होते हुए अब कानपुर पहुंचा है। निशा अब तक लगभग 1500 किलोमीटर साइकिल चला चुकी हैं अब वह लखनऊ के लिए रवाना होंगी। उन्होंने बताया कि मेरा मिशन चेंज बिफोर क्लाइमेट है, और में यूके तक 15000 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय करूंगी। लोगों को जागरूक करूंगी की पर्यावरण के प्रति खिलवाड़ न करें, नहीं तो आने वाला समय बहुत मुश्किल भरा होने वाला है। निशा के स्वानगत के साथ ही सम्माथन करने वालों में सभी बच्चे, इंट्रेक्टर ईशी कटियार, आकृति मिश्रा, स्कूल प्रिंसिपल रूपा दास, चेयरपर्सन आरती कटियार, रोटरी क्लब कानपुर नॉर्थ के अध्यक्ष रोटरियन निशांत वडेरा, सचिव छितिज अग्रवाल, विष्णु डालमिया, अनुज तिवारी और मयंक गुप्ता भी मौजूद रहे।