कानपुर। औद्योगिक श्रमिक बस्ती के गोदाम की भूमि पर भाजपा नेताओं की ओर से किए गए कब्जों को हटाने पहुंची श्रम विभाग की टीम निरीक्षण कर खाली हाथ वापस लौट आई। लेकिन, बिना दस्ते और पुलिस बल के पहुंची श्रम विभाग की टीम स्थानीय लोगों को मौखिक रूप से मकानों को खाली करने के निर्देश देकर अतिक्रमण अभियान का माखौल उडवाते हुए बैरंग ही लौटी। बतातें चलें कि भाजपा के पूर्व पार्षद की शिकायत पर अपर श्रमायुक्त ने अभियान चलाकर अवैध अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे। इससे भी बडी बात ये है कि कि मामले में शिकायत करने वाले भाजपा के एक गुट ने कार्रवाई न करने पर आमरण अनशन की धमकी दे डाली है। शास्त्री नगर के श्रमिक बस्ती गोदाम की जमीन और नहर पटरी पर कब्जे को लेकर भाजपाई आमने-सामने आ गये हैं। पूर्व पार्षद राघवेंद्र मिश्रा, और वर्तमान मंडल अध्यक्ष वात्सेय त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी के नेता सर्वेश शुक्ला बमबम पर कब्जे का आरोप लगाते हुये श्रम विभाग में लिखित शिकायत की है। शिकायत के मुताबिक बमबम सरकारी जमीन पर छोटे-छोटे कमरों को बनाकर किरायेदारी में उठा रहा है। इस मामले में शिकायत पर जब श्रम विभाग के अधिकारी पहुंचे तो सहायक श्रमायुक्त यशवंत कुमार ने पाया कि यहां गृह संख्या 413/5 और 415/5 में अवैध अतिक्रमण है। इसके साथ की सरकारी जमीन पर अवैध बाउंड्रीवाल भी बनी पाई गई। जिसके बाद सहायक श्रमायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर अपर श्रमायुक्त पीके सिंह ने अवैध निर्माणों को हटाने के निर्देश दिए हैं। अपर श्रमायुक्त के इस कार्रवाई के लिये सोमवार का दिन नियत किया था। अपर श्रमायुक्त के निर्देश पर एडीओ हेमंत कुमार, प्रभारी राम लखन पटेल, इंस्पेक्टर ओपी यादव, रामजी यादव समेत मौके पर पहुंचे अधिकारी बिना नगर निगम दस्ते व पुलिस फोर्स के पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने लोगों से कहा कि यह सरकारी जमीन पर निर्माण है। इसलिये खुद ही अपने मन से खाली कर दें।