November 22, 2024

कानपुर। कानपुर में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा बड़े ही धूमधाम से निकाली गई। रथ यात्रा का लोगों ने पुष्प वर्षा कर जगह जगह स्वागत किया। रथ यात्रा में सजी भगवान जगन्नाथ भाई बलदेव और माता सुभद्रा की झांकी को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी

शोभा यात्रा धनकुट्टी स्थित ओमर वैश्य पुस्तकालय से आरंभ होकर कलेक्ट्रेट , शक्करपट्टी, नयागंज, बिरहाना रोड, फूलबाग  चौराहे होते हुए  कैंट स्थित उत्सव गेस्ट हाउस  पहुंची| यहां पर  भक्तजनों ने  ठाकुर जी की आरती उतारकर  उनका पूजन किया| शोभायात्रा में सजी भगवान जगन्नाथ की झांकी पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। जगह जगह रथ यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। रथ यात्रा में विधायक अमिताभ वाजपेई ने भी शिरकत की और भगवान की आरती उतारी| यात्रा में श्री राधे गोविंदा मन भज ले हरि प्यारे का नाम है है बांके बिहारी की निकली सवारी, आदि भजनों से भक्तों ने जगन्नाथ भगवान की आराधना की | शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस तैनात रही। शहर के जनरलगंज में स्थापित श्री उमा जगदीश मंदिर में आज के दिन भक्तों की लंबी कतारें लगी रही। जगन्नाथ जी की यात्रा शाम को प्रारंभ हुयी जो दो दिनों तक चलेगी। जनरल गंज स्थित श्री भगवान जगन्नाथ जी का श्री उमा जगदीश मंदिर सन 1954 में बनवाया गया था। इस मंदिर में जगन्नाथ यात्रा और भक्तों के दर्शन के लिए दो माह पूर्व से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। रविवार के दिन सुबह आरती के बाद मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए जाते हैं। कमेटी के अध्यक्ष संत गोपाल गुप्ता ने बताया भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा कानपुर में ऐतिहासिक है। यह रथयात्रा 200 साल पुरानी है।यात्रा से पहले विशेष इंतजाम किया जाते हैं। पूरे देश में जगन्नाथपुरी, अहमदाबाद और कानपुर में ही भगवान जगन्नाथ की यात्रा का आयोजन किया जाता है। कानपुर की रथयात्रा में भी लाखों लोग शामिल होते हैं। कानपुर रथयात्रा की विशेषता यात्रा में निकलने वाली सजी हुई झांकियां होती हैं। इस यात्रा में 100 से अधिक झांकियां निकाली जाती है। कानपुर में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ जी की यात्रा लगभग 3 किलोमीटर लंबी होती है। रथ यात्रा में रथों के माध्यम से झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं। एक रथ भगवान जगन्नाथ जी के दर्शन का होता है, जिसका भव्य रूप से श्रृंगार किया जाता है। इसी रथ से यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ जी के प्रसाद का वितरण भी भक्तों को पूरी यात्रा के दौरान किया जाता है। कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि आज के दिन भगवान जगन्नाथ जी को विशेष प्रसाद चढ़ाया जाता है। इसी विशेष प्रसाद को भक्तों को वितरित किया जाता है। विशेष रूप से प्रसाद में चने की पीली दाल, आम, जामुन और बड़हल का भोग लगाया जाता है। मंदिर में आए हुए सभी भक्तों के हाथों में सजी थाल में इन प्रसाद को जरूर लाया जाता है। भगवान जगन्नाथ जी की 7 जुलाई यानि आज निकलने वाली रथ यात्रा जनरलगंज स्थित बाईजी मंदिर से शुरू हुयी ।ये रथ यात्रा काहू कोठी, नयागंज मारवाड़ी कॉलेज, हूलागंज, भूसा टोली, नागेश्वर मंदिर ,जनरलगंज, मनीराम बगिया मेस्टन रोड, टोपी बाजार, कोतवाली चौराहा, बड़ा चौराहा, सरसैया घाट में गंगा आरती के पश्चात प्रयाग नारायण शिवाला, कमला टावर सिरकी मोहाल, लाठी मोहाल से होकर जगन्नाथ गली स्थित मंदिर में समाप्त हुयी जिसमें हजारों की संख्यार में श्रृद्धालु मौजूद रहे।

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