संवाददाता।
कानपुर। नगर के जूही में ई-रिक्शा सवार महिला से शातिर टप्पेबाज महिलाओं ने सवारी बनकर बैठी और बैग में रखे पर्स से जेवरात और कैश उड़ा दिया। संदेह होने पर महिला ने अपना बैग चेक किया तो पर्स में रखे जेवरात और कैश गायब था। महिला ने जूही थाने पर सूचना दी, लेकिन उसे किदवई नगर और गोविंद नगर थाने का मामला होने की बात कहकर टहला दिया। अब पीड़ित महिला ने एडीसीपी साउथ से महिला की शिकायत की है। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है। नौबस्ता, गल्लामंडी में रहने वाली सीमा गुप्ता सोमवार दोपहर को एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के सामने पेश हुईं। उन्होंने बताया कि शादी समारोह में शामिल होने के लिए पति सत्यनारायण गुप्ता और बेटी प्रांशी गुप्ता के साथ राजस्थान, जयपुर गई थीं। 18 अप्रैल को कानपुर लौटी, लेकिन देरी होने के चलते बेटी के घर पनकी रतनपुर में ही रक गई थीं। 19 अप्रैल की देर शाम पति के साथ ई-रिक्शा से घर लौट रही थीं। सीमा के मुताबिक वह नंदलाल चौराहे के पास पहुंची थी। तभी तीन महिलाएं सवारी बनकर ई-रिक्शा पर बैठी थीं। जूही डिपो के पास पहुंचने पर एक महिला सीट बदल कर उनके बगल में बैठ गई। बारादेवी शराब ठेके के पास पहुंचने पर तीनों महिलाएं उतर गईं। इस दौरान सत्यनारायण को शक होने पर उन्होंने सीमा से बैग की जांच करने को कहा। जांच करने पर सीमा के बैग में रखा हैंडबैग गायब मिला। उन्होंने बताया कि बैग में एक हार, मंगलसूत्र, चेन, पांच अंगूठी व 12 हजार रुपये नकद रखे थे। करीब 5 से 7 लाख रुपए के जेवरात और कैश था। सीमा ने बताया कि बगल में बैठी महिला ने ही उनका बैग काटकर चोरी को अंजाम दिया है। उन्होंने जूही थाने पर इसकी सूचना दी। जूही थाने की पुलिस जांच और रिपोर्ट दर्ज करने की बजाए किदवई नगर और गोविंद का मामला होने के चलते टरका दिया। ठगी का शिकार महिला ने बताया कि जूही थाने में शिकायत करने पर गोविंद नगर थाने जाने को कहा गया। वहां से किदवई नगर थाने का मामला होने की बात कहकर टाल दिया। दो दिनों से वह जूही, गोविंद नगर और किदवई नगर थाने के चक्कर काट रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। इसके बाद एडीसीपी साउथ ने मामले में जांच का आदेश दिया है।