संवाददाता।
कानपुर। नगर में कानपुर-अलीगढ़ हाईवे का आखिरी पुल भी बनकर तैयार हो गया है। इसे राहगीरों के लिए खोल दिया गया है। हाईवे के बनने के बाद कानपुर से दिल्ली की दूरी करीब 90 किमी. कम हो गई है। हाईवे पर चढ़ने के लिए रेलवे क्रॉसिंग को पार करना पड़ता था, अब सीधे लोग हाईवे पर चढ़ सकेंगे। 284 किलोमीटर लंबे कानपुर-अलीगढ़ हाईवे का कार्य 3500 करोड़ की लागत से शुरू किया गया था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को आईआईटी कानपुर से कन्नौज तक 132 किमी. का काम सौंपा गया था, जिसमें से जीटी रोड का 72 किलोमीटर का हिस्सा कन्नौज व 60 किलोमीटर का हिस्सा कानपुर जिले में है। मंधना-बिठूर क्रॉसिंग पर हाईटेंशन लाइन शिफ्टिंग का काम न होने के कारण 1.5 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण रुका हुआ था। रेलवे से एनओसी मिलने के बाद काम पूरा हो गया। सोमवार से फ्लाईओवर राहगीरों के लिए खोल दिया जाएगा। अब लोग कानपुर अलीगढ़ सिक्सलेन हाईवे पर फर्राटा भर सकेंगे, जिससे महज चार घंटे में कानपुर से दिल्ली पहुंच जाएंगे। इस मार्ग से दिल्ली की दूरी 420 किमी है, जबकि इटावा होकर दिल्ली जाने पर 510 किमी का सफर तय करना पड़ता है। एनएचएआई के प्रबंधक अजय सिंह के मुताबिक, सोमवार से फ्लाईओवर को खोल दिया जाएगा। हाईवे का निर्माण पूरा होने के बाद टोल दरों में बढ़ोतरी के लिए मुख्यालय से अनुमति मांगी जाएगी।