औषधि केंद्र में कई बाहर की दवाइयां, बिल तक उपलब्ध नहीं कराये जाते थे औषधि के।
संवाददाता।
कानपुर। नगर में मरीज को कम पैसों में अच्छी दवा उपलब्ध हो सके इसके लिए केंद्र सरकार की कई स्वास्थ्य सेवाएं चल रही है, ताकि दवा के अभाव में किसी की जिंदगी ना जा सके। इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का भी निर्माण कराया गया है, लेकिन कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में बाहर की दवाइयां बेची जा रही हैं। शुक्रवार को अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने मेडिकल स्टोर में छापेमारी की। इस दौरान स्टोर में तैनात सभी कर्मचारियों के पसीने छूट गए। वहां पर मरीजों को बाहर की दवा देने के साथ-साथ उन्हें बिल तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था। यह देखने के बाद प्रमुख अधीक्षक ने सभी कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह के पास पिछले कई दिनों से जन औषधि केंद्र की शिकायत आ रही थी की उनमे घालमेल हो रहा है अनिमियतताये बरती जा रही है। शिकायतकर्ताओं ने बताया- मरीज को इस केंद्र से हर प्रकार की दवाइयां मिल जाती हैं। इसके अलावा जो भी दवाइयां यहां पर मिलती हैं उसका बिल भी नहीं दिया जाता है। जबकि कायदा यह है कि जो भी दवाइयां में मरीज को दी जाएगी उसका बाकायदा एक बिल भी बनेगा, लेकिन यहां पर ऐसा नहीं हो रहा था। मेडिकल स्टोर संचालक अपने स्टोर में कई बाहर की दवाइयां रखे हुए हैं, जिसको वह एमआरपी रेट पर ही मरीजों को उपलब्ध करा रहे हैं। खास तौर पर जो सिरप है, वह एमआरपी रेट पर दे रहे हैं या फिर 20 से 30 रुपए कम रेट पर उसे बेच रहे हैं। डॉ. आरके सिंह ने पूछा कि जो भी दवाइयां उपलब्ध है। उसकी सूची और रेट लिस्ट कहां लगी है? इस पर कोई भी कर्मचारी जवाब नहीं दे पाया। प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया-पिछले कई दिनों से जन औषधि केंद्र को लेकर शिकायतें आ रही थी। उसी को लेकर आज छापेमारी की गई। मेडिकल स्टोर संचालक किसी को भी बिल नहीं दे रहा था। इसको लेकर सख्त हिदायत दी गई है। इसके अलावा यह भी चेतावनी दी गई है कि किसी भी प्रकार की बाहर की दवाइयां इस काउंटर से नहीं बेची जाएगी और जो दवाइयां उपलब्ध है उन दवाइयों की लिस्ट तत्काल तैयार करने को कहा गया है। परिसर में आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। यदि दोबारा से कोई भी खामियां मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।