कानपुर। नगर के चकेरी थाना क्षेत्र के कृष्णानगर में अकेली रह रही 82 साल की वृद्धा सोमवार को घर के पिछले दरवाजे के पास मृत मिली। दो दिन से न दिखने और घर में हलचल न होने पर मोहल्ले के लोगों ने बेटे से संपर्क किया। घर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी दिखाई न देने पर पड़ोसियों से देखने को कहा तो मौत की जानकारी मिली। कर्मचारीनगर निवासी रविचंद्र तिवारी एयरफोर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद आबकारी विभाग में कार्यरत हैं। वर्तमान में वह मध्यप्रदेश के भिंड में तैनात हैं और पत्नी सुनीता तिवारी के साथ वहीं रहते हैं। पिता कालिका प्रसाद तिवारी की मौत के बाद से उनकी मां जय पूर्णा तिवारी (82) चकेरी के कर्मचारीनगर स्थित घर में अकेले रहती थीं। मां का ध्यान रखने के लिए रविचंद्र ने घर के अंदर कैमरे लगवा रखे थे। पड़ोसियों के अनुसार रोज गाय को रोटी देने के लिए निकलने वाली जय पूर्णा पिछले दो दिन से दिखाई नहीं दी। शनिवार व रविवार रात को लाइट भी नहीं जली तो उन्हें शक हुआ। इस पर पास के एक मेडिकल स्टोर संचालक के माध्यम से रविचंद्र से संपर्क कर जानकारी दी गई। रवि ने सीसीटीवी फुटेज में साफ न दिखने पर पड़ोसियों से घर के पिछले हिस्से में जाकर देखने को कहा। पड़ोसी जैसे ही पहुंचे, तो वहां दरवाजे के पास जयपूर्णा मृत पड़ी हुई थी। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना देकर परिवार को खबर दे दी। रविचंद्र ने बताया कि वह रोजाना मां से बात करते थे और उन्होंने ही सूचना देकर पड़ोसियों को भेजा था। वहीं, एसीपी चकेरी दिलीप कुमार ने बताया कि मृतका बुजुर्ग थीं। मौत प्रथम दृष्टया असामान्य न हो और परिजन नहीं चाहते, तो पोस्टमार्टम नहीं कराया जाता। रवि के गांधीग्राम निवासी रिश्तेदार प्रशांत ने बताया कि जय पूर्णा तिवारी के बड़े पोते ऋषिकांत तिवारी सेना में कैप्टन हैं और उनकी पोस्टिंग बाड़मेर में है। वहीं उससे छोटा इंजीनियर है जिसकी कुछ समय पहले ही शादी हुई है। रवि और उनके परिवार का मोहल्ले में किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं है। इस वजह से किसी का उनके घर भी आनाजाना नहीं है। पड़ोसियों ने बताया कि मृतका की बेटी का ससुराल बर्रा में है लेकिन उनका भी आना जाना कम है वहीं, रवि भी नौकरी के चलते बाहर ही हैं।