संवाददाता।
कानपुर। नगर में रेल बाजार थाना क्षेत्र में देर रात में पुलिस की ड्रग तस्कर बलराम राजपूत से मुठभेड़ हो गई। चेकिंग के लिए रोकने पर तस्कर ने एसओ के सीने में सीधे गोली मार दी, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से वे बाल-बाल बच गए। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। इस दौरान एक गोली तस्कर के पैर में लग गई। जिससे वह घायल हो गया। उसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पास से पिस्टल, कारतूस भी बरामद हुआ है। डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया बताया कि कांजीखेड़ा हरजेंदर नगर का रहने वाला गैंगस्टर बलराम राजपूत उर्फ इस्तियाक उर्फ त्यागी मादक पदार्थ तस्कर और शातिर अपराधी है।बलराम ने अपने इलाके में रहने वाले छोटू का बीते बुधवार का अपहरण कर लिया था। वह अपनी बीमार मां का इलाज कराने कांशीराम अस्पताल ले गया था। छोटू रात करीब नौ बजे अस्पताल से बाहर जीटी रोड पर मेडिकल स्टोर से दवा लेने के निकला था। काफी देर तक वापस न आने पर उसकी भाभी मंजू बाहर देखने निकली तो देखा कि पांच-छह लोग उसे बुरी तरह से पीट रहे थे। बीच बचाव करने पर कोशिश की तो सभी छोटू को वैन में जबरन बैठाकर अगवा कर ले गए थे। मंजू की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। जांच-पड़ताल के दौरान करीब दो घंटे बाद पुलिस को ड्रग माफिया राजा करिया के घर के पास छोटू पड़ा मिला था। पीड़ित ने चकेरी थाने में ड्रग माफिया बलराम राजपूत, बनी बउवा, राजा करिया, यश राजपूत, गोला, नैन सिंह के खिलाफ अपहरण, हत्या का प्रयास, एससी-एसटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। माफिया बलराम राजपूत की तलाश में चकेरी, कैंट और रेलबाजार थाने की पुलिस तलाश में लगी हुई थी। इस दौरान शनिवार रात को रेलबाजार एसओ विजय दर्शन को सूचना मिली कि बलराम राजपूत पैराशूट फैक्ट्री के पास अपने एक दोस्त से मिलने आया है। पुलिस ने शिव नारायण टंडन सेतु के नीचे घेराबंदी की तो बलराम ने अपने पिस्टल से सीधे एसओ विजय दर्शन पर फायर झोंक दिया। गनीमत रही कि विजय दर्शन बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे। इसके चलते उनकी जान बच गई। जवाबी फायरिंग में बलराम के पैर में गोली लगी। आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। शातिर के पास से पुलिस ने पिस्टल, कारतूस भी बरामद किया है। आरोपी को प्राथमिक उपचार के बाद रविवार को जेल भेजा जाएगा। उसके अन्य साथियों की तलाश में भी दबिश दी जा रही है। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि गैंगस्टर बलराम राजपूत पर एक-दो नहीं 25 से ज्यादा गंभीर मुकदमें शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। बलराम अपराधी होने के साथ ही कानपुर का बड़ा ड्रग्स तस्कर भी है। अपहरण के बाद पुलिस के रडार पर आया था। इसके बाद रेलबाजार एसओ ने शातिर को मुठभेड़ में गोली मारकर दबोच लिया।