संवाददाता।
कानपुर। नगर मे रावतपुर थाना क्षेत्र में किराए पर रहने वाले आईसीयू कर्मचारी अश्विनी पाल का अर्द्धनग्न शव मिला। पुलिस के मुताबिक शव करीब दो दिन पुराना है, और एनेस्थीसिया की दवा, मीजोलम की छह शीशी, रोकुरोनियम की एक शीशी, एक इंजेक्शन और तीन शराब की बोतल मौके से मिली हैं। फोन पर बात न होने पर परेशान परिजन मौके पर पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना के साक्ष्य एकत्र किए। टीम को मौके से शराब की बोतलें, सीरिंज पैरालिसिस और प्रतिबंधित इंजेक्शन मिले हैं। वहीं मृतक के हाथ में लीड बंधी होने के कारण परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की है। प्रथम दृष्ट्या जांच में देखने से पुलिस ने दवा के ओवरडोज से मौत होने का कारण बताया है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का सही कारण पता लग पाएगा। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शिवराजपुर गांव उद्वैतपुर निवासी अवनीश पाल ने पुलिस को बताया कि 30 वर्षीय अश्विनी पाल छपेड़ा पुलिया शिवपुरी में लवकुमार के मकान में किराए पर कमरा लेकर रहता था। बताया कि गुरुवार को उसकी पत्नी पूजा पाल से बात हुई थी। लेकिन उसके बाद से अश्विनी परिजनों का कोई फोन नहीं उठा रहा था, जिसको लेकर घर के लोग काफी परेशान थे। अश्विनी के साथ काम करने वाले प्रवीण और संतोष के साथ किराए के कमरे पर गए तो देखा कि अश्विनी का शव अर्द्धनग्न अवस्था में बेड पर पड़ा था। ये देख कर उन लोगों के होश उड़ गए। साथी कर्मचारी प्रवीण ने बताया कि वह और अश्विनी रामा मेडिकल सेंटर मंधना में आईसीयू स्टाफ में था। अश्विनी ड्यूटी नहीं आए तो फोन किया लेकिन उनका फोन नहीं रिसीव हुआ। अश्विनी पाल का शव पूरी तरह से फूल चुका था और दुर्गंध आ रही थी। इस दौरान शोर सुनकर मकान मालिक और आस पड़ोस को लोग इकट्ठा हुए और पुलिस को सूचना दी। साथी प्रवीण ने बताया कि अश्विनी कम्युनिटी हेल्थ सेंटर फतेहपुर में अर्ध सरकारी आईसीयू नर्सिंग स्टाफ में कार्यरत था। इसके साथ रामा मेडिकल कॉलेज में काम कर रहा था। मकान मालिक लवकुमार ने बताया कि मृतक मकान में ऊपरी मंजिल में सात माह से किराए पर रह था। शनिवार को बदबू आने पर उन्होंने पहले चूहा मर जाने का सोचा। बताया कि वह कैंसर से पीड़ित अपनी पत्नी की दवा लेने चले गए थे। लेकिन परिजन पहुंचे तो जानकारी हुई। सूचना पर एडीसीपी बृजेंद्र द्विवेदी, रावतपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार सरोज मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम के साथ एक एक साक्ष्य एकत्र किए। एडीसीपी के अनुसार मौके से एनेस्थीसिया की दवा, मीजोलम की छह शीशी, रोकुरोनियम की एक शीशी एक इंजेक्शन और तीन शराब की बोतल प्राप्त हुई है। बताया कि शव लगभग दो दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। शरीर पर कोई स्पष्ट चोट के निशान नहीं है। निरीक्षण से प्रथम दृष्टया इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है। बताया कि दो जगहों पर नौकरी करता था। इस कारण किराए पर रहने वाले लोगों से ज्यादा बातचीत नहीं हो पाती था।