
संवाददाता।
कानपुर। नगर में अखिल भारतीय वैश्य महासभा ने मतदाता लिस्ट में समाज के लोगों की संख्या कम बताए जाने को लेकर विरोध जताया है। वैश्य समाज के लोगों का कहना है की वैश्य वोटरों को तकरीबन 5% ही दिखाया गया है। जबकि कानपुर शहर में बड़ी संख्या में वैश्य समाज के मतदाता है। हमेशा से कानपुर में प्रत्याशी को जीत दिलाने में वैश्य वोटर अहम भूमिका अदा करते हैं। उसके बावजूद मतदाताओं की संख्या को काम दिखाया गया। इसलिए प्रेस वार्ता कर मांग की गई है कि वह सब वोटरों की संख्या को लिस्ट में सही संख्या को शामिल किया जाए। वैश्य समाज के लोगों ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन नवीन मार्केट में किया। इस वार्ता में संबोधित करते हुए संजय गुप्ता ने बताया कि शहर में वैश्य समाज के वोटरों की लाखों में संख्या है। जो वोटर लिस्ट जारी की गई है, जो आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं, उनमें वैश्य समाज के वोटरों को कम संख्या में दिखाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कानपुर शहर व्यापारियों का शहर है ,वैश्य समाज के लोग व्यापार से जुड़े हुए हैं। ऐसे में कानपुर में हुए लोकसभा चुनाव में दो बार वैश्य समाज से सांसद श्री प्रकाश जायसवाल रहे हैं। उन्होंने बताया की कानपुर में वैश्य समाज वोटर की आबादी की बात की जाए तो तकरीबन 28% वैश्य समाज से वोटर है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो पूरे सूबे में 18% की आबादी वैश्य समाज से जुड़े वोटरों की है। लेकिन कानपुर में जो आंकड़े वोटरों के पेश किए गए हैं, उसमें केवल वैश्य समाज के जितने वोटर हैं उन आंकड़ों के मुकाबले केवल 5% वोटर ही पेश किए गए। संजय गुप्ता ने बताया की शहर की अलग-अलग पांचों विधानसभा जिसमें आर्य नगर, सीसामाऊ ,कैंट विधानसभा,कल्याणपुर और किदवई नगर विधानसभा में वैश्य समाज से जुड़े वोटरों की संख्या मिलाकर तकरीबन साढ़े 5 लाख हैं। वैश्य समाज के लोगों ने मांग की है, समाज के जितने भी वोटर कानपुर में है उनके आंकड़े संस्था के पास मौजूद है। समय-समय पर समाज के द्वारा अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए आंकड़ों को एकत्र किया जाता है । उनका रिकार्ड रखा जाता है। उस रिकॉर्ड के मुताबिक समाज के वोटरों को शामिल किया जाए। जिला प्रशासन इस पर ध्यान दें और वोटर लिस्ट में समाज के लोगों के सही आंकड़े सामने लाने का काम करें।