संवाददाता।
कानपुर। नगर में आईआईटी कानपुर के नए निदेशक प्रो. मणिंद्र अग्रवाल को नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति हुई तो संस्थान के प्रोफेसरों और उनके चाहने वालों की ओर से बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रो. अग्रवाल अभी तक आईआईटी में कंप्यूटर साइंस विभाग में प्रोफेसर थे और सी3आई हब में प्रोग्राम डायरेक्टर हैं। हाल ही में कृत्रिम बारिश कराने को लेकर उन्होंने काफी सुर्खिया बंटोरी थी। इसके अलावा भी कई उपलब्धियां उनके नाम जुड़ चुकी हैं। बताते चले कि सितंबर 2023 में अभय करंदीकर को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव नियुक्त कर दिया गया था, तब से निदेशक का पद खाली चल रहा था। उन्होंने कहा कि निदेशक बनने के बाद सबसे पहली प्राथमिकता होगी की उत्तर प्रदेश के विकास में आईआईटी कानपुर अपना क्या योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि अपना प्रदेश बहुत तरक्की कर रहा है। पहले से बहुत कुछ विकास हुआ है। इस कड़ी में अब आगे प्रदेश को कैसे स्मार्ट बनाना है इस पर काम करना होगा। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि हमारी दूसरी प्राथमिकता होगी कि डिफेंस के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी को विकसित करना है। अपने देश की सेना को मजबूत बनाने पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर पहले से ही डिफेंस के क्षेत्र में काफी कुछ नई टेक्नोलॉजी पर काम कर चुका है। अब इसे और विकसित करने पर काम किया जाएगा। प्रो. अग्रवाल ने कृत्रिम बारिश करा कर पूरे देश भर में सुर्खियां बटोरी थी। उनकी इस शोध को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी खूब सराहा था। प्लेन के माध्यम से हवा में केमिकल का छिड़काव कराकर बारिश कराई गयी थी। प्रो. मणिंद्र अग्रवाल आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र भी है। उन्होंने 1986 में यहां से कंप्यूटर साइंस से बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद 1991 में उन्होंने कंप्यूटर साइंस से ही पीएचडी पूरी की।