कानपुर। नगर के कल्याणपुर क्षेत्र से पकड़ी गई तीन महिलाओं में से 20 साल की बांग्लादेशी नजमा से पुलिस जेल में जल्द ही पूछताछ करेगी। अदालत ने जेल में बांग्लां भाषा के अनुवादकों के साथ नजमा से पूछताछ की इजाजत दे दी है। बस अब बांग्लादेशी भाषा के जानकार को साथ ले जाकर पुलिस जांच पडताल करेगी। नजमा से प्राथमिक पूछताछ में यह सामने आया था कि वह तीन घंटे तक एक नदी पार करके भारत में दाखिल हुई थी। नजमा का यह कोई पहला मामला नहीं है। कानपुर में बीते एक साल में बडे़ पैमाने पर बांग्लादेशियों के छिपकर रहने का मामला सामने आ चुका है। इसके चलते पुलिस पूरे सिंडिकेट का खुलासा करने के लिए जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। थाने में हुई पूछताछ में नजमा ने पुलिस को बताया कि वह 3 घंटे तक नदी पार करने के बाद कोलकाता बॉर्डर पर आई थी। उसे 6 महीने पहले कानपुर लेकर कोलकाता की रीना आई थी। उसके साथ कुछ और लोग भी कानपुर आए थे, इसकी जानकारी भी हुई है। डीसीपी ने बताया कि शादी ब्याह के सीजन में कुछ महिलाएं काम करने के लिए भी आती हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि वे भी इसी मकसद से कानपुर आई होंगी। महिलाओं के पास से मिले मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।जिससे कि बांग्लादेश से भारत में अवैध रूप से दाखिला कराने वाले सिंडिकेट का खुलासा हो सके। मंगलवार को जेल में पूछताछ के बाद पुलिस की जांच में पुलिस नजमा को शरण देने वाली ज्योति निषाद और रीना के कैसे संपर्क में आई समेत अन्य जानकारी जुटाने का काम करती रही। नजमा को कानपुर लाने वाली रीना ने पुलिस को बताया कि उसका पति से तलाक हो चुका है। वह कोलकाता में अलग रहती है और नजमा उसे कोलकाता में ही मिली थी। नजमा से पूछताछ में उसके साथ कुछ और लोगों की आने की जानकारी मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि कहीं रीना मानव तस्करी को नहीं कर रही है? कहीं रीना और ज्योति नजमा को बेचने के लिए दिल्ली तो नहीं ले जा रही थीं? आखिर नजमा की ऐसी क्या मजबूरी थी जो उसे नाम बदलना पड़ा? दिल्ली की रहने वाली महिला आखिर नजमा को कहां ले जा रही थी? ऐसे तमाम सवालों का जवाब तलाशने के लिए जेल में नजमा से पूछताछ की जाएगी।कल्याणपुर के इंदिरा नगर में तमाम पश्चिम बंगाल के लोग रहते हैं। इनके आधार कार्ड में 24 परगना का पता लिखा हुआ है। नजमा से ये जानकारी मिलने के बाद कि कुछ और लोग उसके साथ नदी पार करके आए थे, पुलिस को अलर्ट कर दिया है। मामले की जांच कर रहे इंदिरा नगर चौकी इंचार्ज ने एक-एक व्यक्ति से न सिर्फ उसकी जानकारी ली बल्कि घरों की तलाशी कर किसी अंजान व्यक्ति की मौजूदगी भी तलाश की । इस बस्ती में रहने वालों के आधार कार्ड भी जमा किए गए हैं। नजमा के मामले में शहर की खुफिया एजेंसी भी सतर्क है।