संवाददाता।
कानपुर। नगर में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी आलोक मिश्रा के स्कूल में पुलिस ने छापेमारी की है। स्कूल के चप्पे-चप्पे पर तलाशी ली गई। पुलिस को आशंका थी कि एंबुलेंस से ढोई जा रही आलोक मिश्रा की अवैध प्रचार सामग्री उनके स्कूल डीसीएस में ही डंप की गई है। करीब दो घंटे सर्च अभियान के दौरान कोई भी प्रचार सामग्री बरामद नहीं हुई। पुलिस को आशंका है कि समय रहते प्रचार सामग्री को हटा दिया गया है। जल्द ही आलोक मिश्रा को मामले में बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस देकर बुलाया जाएगा। नवाबगंज थाने की पुलिस ने बीते बुधवार को मैनावती मार्ग पर चेकिंग के दौरान एक एंबुलेंस से भारी मात्रा में गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा की अवैध प्राचार साम्रगी बरामद की थी। नवाबगंज पुलिस ने अवैध रूप से एंबुलेंस के जरिए पुलिस-प्रशासन को धोखा देकर प्रचार सामग्री ढोने में गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा, एंबुलेंस चालक शिवली निवासी नीरज राजपूत और परिचालक दीपक कुमार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है। पूछताछ के दौरान एंबुलेंस चालक ने बताया कि गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा के सर्वोदय नगर स्थित डीपीएस स्कूल वाले कार्यालय और मैनावती मार्ग स्थित डीसीपी स्कूल को कार्यालय बनाया गया है। दोनों जगह पर अवैध रूप से भारी मात्रा में प्रचार सामग्री जुटाई गई है। इसे देखते हुए नवाबगंज पुलिस ने बुधवार रात को सर्किल फोर्स के साथ मैनावती मार्ग स्थित डीपीएस स्कूल में छापा मारा। हांलाकि नवाबगंज पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। पुलिस पूछताछ के आधार पर जांच में जुटी हुई है। नवाबगंज थाना प्रभारी ने बताया कि गठबंधन के प्रत्याशी आलोक को जल्द ही नोटिस जारी करके पूछताछ के लिए थाने बुलाया जाएगा। उनके बयान दर्ज करने के बाद मुकदमें की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। जल्द ही जांच के बाद केस में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। जांच के दौरान कहां पर अवैध रूप से प्रचार सामग्रियां छापी जा रही और उन्हें किस-किस तरह से नेताओं तक पहुंचाया जा रहा है। कई अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही प्रिंटर्स पर भी कार्रवाई होगी।