संवाददाता।
कानपुर। नगर में एडी माध्यमिक की फर्जी ईमेल आईडी से नौ शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में पुलिस अभी तक किसी भी कथित शिक्षक के पास तक नहीं पहुंच पाई है। डीआईओएस अरुण कुमार ने 29 अप्रैल को कथित नौ शिक्षकों पर कर्नलगंज थानें में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज हुए लगभग 18 दिन होने का बाद भी अभी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है। कर्नलगंज पुलिस इस मामले में सात लोगों से अभी तक पूछताछ कर चुकी है, लेकिन उन्हें इस मामले में अभी तक किसी आरोपी के बारे में जानकारी तक नहीं हो पाई है। हालाकि अब पुलिस उन स्कूलों के प्रबंधक, प्रिंसिपल और शिक्षकों से बात करेंगी जिन स्कूलों ने दो शिक्षकों को नियुक्ति दे दी थी। बताते चलें कि फेक पैनल में शामिल दो शिक्षकों को नियुक्ति अलग-अलग स्कूलों में मिल गई थी, लेकिन बाकी के सात शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही थी। मदन मोहन अग्रवाल इंटर कॉलेज, किदवई नगर में टीजीटी पोस्ट पर विनीता देवी और आर्य कन्या इंटर कालेज में पीजीटी पोस्ट पर रिक्षा पांडेय को नियुक्ति दी गई थी। विनीता देवी ने 2.59 लाख रुपए सैलरी भी उठा ली थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद मदन मोहन अग्रवाल स्कूल की शिक्षिका विनीता देवी ने मामले का खुलासा होने के बाद स्कूल मैनेजर और डीआईओएस को पत्र लिखकर उसकी बात सुने जाने की बात भी कही थी। इसके अलावा उसने अपनी सैलरी को सरेंडर करने के लिए भी स्कूल मैनेजर और डिपार्टमेंट के लोगों से संपर्क किया था। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया कि एफआईआर में शामिल नौ आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है। कुछ शिक्षकों के नंबर भी मिले है। डीआईओएस ऑफिस के कई लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके है। जल्द ही आरोपियों तक पहुंचा जाएगा।