कानपुर। कानपुर विश्व विद्यालय परिसर में महिला प्रोफेसर के साथ हुयी लूटपाट की घटना को 5 दिन बीतने के बाद भी पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन के हाथ खाली ही हैं। महिला प्रोफेसर के साथ लूटकांड में पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन की बड़ी नाकामी सामने आई है। विश्वविद्यालय के चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा है। इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय परिसर में ही एडीसीपी वेस्ट और एसीपी कल्याणपुर का दफ्तर है। इसके बाद भी लुटेरे ने प्रोफेसर के चाकू लगाकर लूटपाट की और आराम से भाग निकला पुलिस को एक धुंधला सीसीटीवी फुटेज मिला है। इसी आधार पर पुलिस लुटेरे की तलाश में जुटी है। फिलहाल, अब तक पुलिस के हाथ खाली है।
बतातें चलें कि बीती 14 जुलाई को कानपुर विश्वविद्यालय परिसर में प्रो. कल्पना जो कुलपति के आवास से महज 200 मीटर की दूरी पर ही रहती है। उनके साथ चाकू के बल पर लूट को अंजाम दिया गया। घटना को अंजाम देने वाला अभी तक पुलिस की पकड से बाहर ही है। गेट पर भारी फोर्स तैनात रहती है, बगैर पूछताछ किसी अनजान व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाता है। इसके बाद भी प्रोफेसर के गले पर चाकू लगाकर जेवरात, कैश और कीमती सामान की लूटपाट पुलिस और यूनिवर्सिटी की सुरक्षा को बड़ा चैलेंज है। बदमाश ने प्रोफेसर के पैर छूकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। बकौल कल्पना तिवारी- बदमाश नकाबपोश था। उसने कहा कि बेटी को कैंसर है। इलाज के लिए पैसे चाहिए। इसके बाद उसने जान से मारने की धमकी देते हुए चाकू निकाल ली और लूटपाट की वारदात की। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के कैमरे बहुत अच्छे नहीं है। इसके चलते बदमाश की धुंधली तस्वीर कैद हुई है। अब पुलिस का शव यूनिवर्सिटी कैंपस में लंबे समय से चल रहे निर्माण में लगे मजदूरों पर है। पुलिस एक-एक मजदूर का डिटेल जुटा रही है। पुलिस का मानना है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में आने-जाने वाले ही किसी ने इस वारदात को अंजाम दिया है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर संदेह के आधार पर जांच की जा रही है। वारदात का खुलासा करने के लिए कल्याणपुर थाने की पुलिस, क्राइमब्रांच समेत पांच टीमों को लगाया गया है जो जल्द ही खुलासा करने में सफल होंगी।