संवाददाता।
कानपुर। कानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती घायल डॉक्टरों से कन्नौज बस हादसे में घायल मरीज एक दूसरे के हाल के बारे में पूछ रहे थे। बता दें कि घायलों में एक ही परिवार के करीब 6 से अधिक लोग है। मेडिकल कॉलेज में भर्ती घायल रीता चौहान ने बताया कि हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ। रीता चौहान ने बताया, वह अपने बच्चों व पति के साथ दिल्ली जा रही थी। रात में करीब 12 बजे के आसपास सभी लोग सो गए थे। सुबह चार बजे के करीब अचानक से एक तेज धमाका जैसा हुआ और सबकी आंख खुल गयी। कुछ पल के लिए तो यह समझ ही नहीं आ रहा था कि हुआ क्या है। फिर देखते ही देखते शोर मचने लगा, तब पता चला कि बस का एक्सीडेंट हो गया है, लेकिन उस समय भी यह नहीं समझ पा रहे थे कि बस के आगे से किसी ने टक्कर मारी है या फिर पीछे से। बस में जो लोग होश में थे वह सब चीख पुकार रहे थे। हादसे के बाद बस के अंदर कुछ लोग बेहोश गए थे। कुछ की हालत तो बहुत गंभीर नजर आ रही थी। किसी के सिर से खून निकल रहा था तो किसी के हाथ-पैर से, कुछ लोग खून से सने बस के अंदर पड़े थे और उनकी केवल सांसें चलती दिखाई दे रही थी। शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। कुछ लोग होश में थे तो वह बाहर निकलने की जद्दोजहद करने में लगे थे, लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि निकलना कहां से है। क्योंकि बस के अंदर सब कुछ उथल पुथल हो चुका था। खिड़की से बाहर देखने में भी कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा था कि किसी से मदद ही मांग सकें। रीता ने कहा, कुछ देर ऐसा लगा कि अब किससे मदद की गुहार लगाई जाए, कोई तो दिख नहीं रहा था हाईवे में। कुछ ही देर बीता की बस के आसपास एक दो गाड़ियां रुकती हुईं दिखाई दी। बाहर से कुछ लोगों की आवाज भी सुनाई दी फिर जाकर सांस में सांस आई और लोग मदद को पहुंचे।