—— केडीए की 140 वीं बोर्ड बैठक में स्वीकृत हुए ये प्रस्ताव
कानपुर। कानपुर विकास प्राधिकरण ने अब शहरवासियों के लिए गंगा में क्रूज पर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट जैसी आधुनिक सुविधा को अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया पर जोर देना शुरु कर दिया है। योजना के पूरा होते ही शहरवासी गंगा की लहरों के बीच क्रूज में बैठकर फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का लुत्फ उठाते नजर आएंगे। केडीए बोर्ड बैठक में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट और क्रूज समेत कई प्रस्तावों को स्वीकृति मिल गई है। वहीं,दूसरी ओर जमीन खरीदने वालों पर थोडा आफत भी बन गयी है जब सिग्नेचर ग्रीन्स योजना के प्लॉटों के दाम में पांच से आठ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करके उनके अरमानो पर पानी फेरने की कवायद को बल दे दिया गया है।
कानपुर में केडीए बोर्ड की 140वीं बैठक में शुक्रवार को वोट क्लब में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट और क्रूज के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, अटल घाट के पीछे और चकेरी एयरपोर्ट के पास लेबर फ्रंट डेवलपमेंट से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जवाहरपुरम, शताब्दीनगर, महावीरनगर में डेढ़ सौ लोगों को प्लॉट मिलेंगे।न्यू कानपुर सिटी में जमीन अधिग्रहण के लिए ढाई सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। अब इस योजना के लिए 550 करोड् रुपये से जमीन खरीदी जा सकेगी। इससे योजना के जल्द विकसित होने का रास्ता साफ हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष के 1374.86 करोड़ के मूल बजट में केडीए ने निर्माण एवं विकास कार्यों के लिए 248.80 करोड़, विद्युत एवं यांत्रिक कार्यों के लिए 73.50 करोड़, निर्माण के लिए 234.55 करोड़ और जमीन अधिग्रहण के लिए 300 करोड रुपये का प्रावधान किया है।वहीं, सिग्नेचर ग्रीन्स योजना के प्लॉटों के दाम में पांच से आठ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी गई है, जबकि अन्य 13 आवासीय योजनाओं में खाली पड़े करीब 7000 प्लॉटाँ के दाम यथावत रहेंगे। इन योजनाओं में ईडब्ल्यूएस फ्लैट की कीमत का 25 प्रतिशत जमा करने पर कब्जा और उससे बड़े सभी प्लॉटों का कब्जा 50 परसेंट धन जमा करने पर केडीए दे देगा। केडीए बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान-2031 को स्वीकृत कर दिया गया है। अब इसको शासन में भेजा जाएगा। मास्टर प्लान के तहत 386 गांव शामिल होंगे, जिसमें कुल 58078 हेक्टेयर जमीन समाहित होगी।गंगा में अब दो गंगा रिवर फ्रंट बनेंगे। अटल घाट के पीछे प्रस्तावित रिवर फ्रंट का विस्तार किया गया है। 100 मीटर दायरा बढ़ाया जाएगा। वहीं दूसरा रिवर फ्रंट अब चकेरी एयरपोर्ट के पास बनाया जाएगा। इसके लिए सिंचाई विभाग जमीन चिन्हित करेगा। 2031 तक दोनों रिवर फ्रंट का निर्माण किया जाएगा। बैठक में केडीए वीसी ने सख्त निर्देश दिए कि अवैध निर्माण जो सील किए गए हैं और सील तोड़कर निर्माण किया जा रहा है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अगर इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जाएगी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। बैठक में मुख्यं रूप से अरूण कुमार गर्ग, कैलाश चन्द्र पाण्डेय, धीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी एवं सौरभ देव, विशेष आमंत्रित सदस्य नीरज श्रीवास्तव, केडीए सचिव शत्रोहन वैश्य सहित प्राधिकरण बोर्ड के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।