कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में टीम की चयन प्रक्रिया में फैले भ्रष्टाचार के जडों की परत दिन प्रतिदिन अलग-अलग रूप रेखाओं में खुलती चली आ रही है। संघ में सुपर सेलेक्टर की भूमिका में रह रहे भाई के नाम से मशहूर शख्स और उसके एजेन्टों में अब महिलाओं का भी प्रवेश हो गया है। संघ के भीतर खिलाडियों के चयन को लेकर एजेन्ट और खिलाडी के बीच हुयी बातचीत के वायरल आडियो से फैले भ्रष्टाचार के जडों की एक परत फिर से खुल गयी है। क्रिकेट जगत के बाजार में एक नया वायरल ऑडियो आने से एक बार फिर से हडकम्प मच गया है। हालांकि आजाद समाचार वेब पोर्टल इस आडियो की पुष्टि नही करता है। ऑडियो के मार्केट में आते ही चर्चांए आम हो चली कि कि उस ऑडियो में जिसमें चयन प्रक्रिया के सुपर बॉस भाई के नाम को लेकर खिलाडी महिला एजेन्ट से रुपए देने की बात कह रहा है। संघ के अघोषित सुपर सेलक्टर के नाम से प्रसिद्ध शख्स को रुपए पहुंचाने की बात भी उस आडियो में दोहरायी जा रही है। आडियो में खिलाडी 3 लाख का इन्तजाम कर महिला एजेन्ट के घर पर जाकर देने की बात कहता सुनाई दे रहा है यही नही महिला एजेन्ट उन्नाव वाले सुपर एजेन्ट का भी नाम लेकर व्हाटसऐप पर कॉल करने की बात कह रही हैं। महिला एजेन्ट खिलाडी से यह भी कह रही है कि अगर तय शुल्क से अधिक कोई और देता है तो उसका चयन निश्चित है। यही नही पैसा वापस करवाने की गारन्टी भी महिला ऐजेन्ट देने की बात कह रही हैं। कुछ जानकार लोगों का मानना है कि यह आवाजें यूपीसीए की एक पूर्व महिला खिलाडी की है जो संघ में कई पदों पर रह कर अपनी सेवाएं भी दे चुकी हैं। नगर क्रिकेट से जुडे कुछ पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि भाई नाम के शख्स जब यूपीसीए में किसी पद पर कभी भी नियुक्त नही किए गए तो वह छदम रूप से संघ की चयन प्रक्रिया में अपनी उपयोगिता का प्रदर्शन किस आधार पर करते आ रहें है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में चयन प्रक्रिया में प्रदेश भर के रसूखदार और रईस खानदान के खिलाडियों से पैसे लेकर टीम में शामिल किए जाने को लेकर बीते कई महीनो से कुछ प्रकरण सामने आ रहे हैं जिसमें भ्रष्टाचार चरम पर दिखाई आसानी से सुनायी और दिखायी देने लग गया है। यूपीसीए के एक पदाधिकारी के मुताबिक इस ऑडियो को सुनकर तो लगता है कि ये केवल बानगी भर है ऐसे न जाने कितने और ऑडियो गोदाम में होंगे जो समय आने पर मार्केट में आते रहेगें। संघ के अघोषित सुपर सेलेक्टर और उनके एजेन्टों की गतिविधियों से आक्रोशित प्रदेश संघ के एक कर्मचारी ने बताया कि इस प्रक्रिया उनका साथ प्रदेश भर के एजेन्ट और संघ के भीतर के कई कर्मचारी और अधिकारी दे रहें हैं। इस मामले में बात करने के लिए संघ का कोई भी सदस्य समाचार लिखे जाने तक उपलब्ध नही हो सका।
नोट– आज़ाद समाचार वेब पोर्टल इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नही करता है।