संवाददाता।
कानपुर। नगर में अभी 10 दिन तक कड़ी धूप और तपिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मंगलवार सुबह से छाए बादलों ने उमस और गर्मी बढ़ा दी है। वहीं कानपुर में रात का तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सबसे अधिक रहा। सोमवार को 45.2 डिग्री तापमान के साथ कानपुर प्रदेश का तीसरा सबसे गर्म शहर रहा। 45.7 डिग्री के साथ बागपत पहले तो वाराणसी दूसरे पर रहा। वहीं सोमवार को भी बादलों की चलते तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। रात में बादलों के चलते अधिकतम तापमान में 4 डिग्री की बढ़ोत्तरी हुई। कानपुर के अलग-अलग इलाकों में गर्मी से पांच लोगों की हालत बिगड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने गर्मी से मौत की आशंका जताई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह पता चल सकेगी। गोविंदनगर में शिवनगर विद्युत कॉलोनी निवासी राजू वर्मा (55 वर्ष) ई-रिक्शा चलाते थे। बेटी नेहा ने बताया कि पिता दो दिन से घर नहीं आए थे। पुलिस ने सीटीआई के पास शव पड़ा होने की सूचना दी। उधर, बाबूपुरवा में द्वारिकापुरी बाजार सीसामऊ निवासी प्रमोद (36 वर्ष) का शव टाटमिल के पास पड़ा मिला। वह भी ई-रिक्शा चलाता था। मूलगंज बाजार में 60 वर्षीय बुजुर्ग का शव पड़ा मिला। शव की शिनाख्त नहीं हो सकी। उधर, जीआरपी को सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइड के अंदर टिकट घर के पास 40 वर्षीय युवक का शव मिला। पहचान फतेहपुर जनपद के हथगांव गोरा निवासी अशोक प्रजापति के रूप में हुई। इसी तरह सेंट्रल स्टेशन में इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में कल्याणपुर के आवास विकास एक निवासी गुलाब सिंह (53 वर्ष) का शव पड़ा मिला। बेटे आदर्श और पत्नी बबिता ने बताया कि वह चार दिन पहले बागेश्वर धाम गए थे। आईएमडी के हवाले से सीएसए के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि 21-22 जून तक उत्तर प्रदेश में मानसून की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। कानपुर मंडल में मानसून की सक्रियता 26 जून के बाद संभावित हैं। प्री-मानसून बारिश न होने से किसान बेहद परेशान हैं। खेतों में नमी न होने से किसान धान की फसल के लिए बेड़ तक नहीं लगा पा रहे हैं। बारिश और लगातार तापमान का अधिक बने रहने से बेड़ के लिए मौसम अनुकूल नहीं हो पा रहा है। बेड़ देर में बोने से धान की फसल में भी देरी होगी।