कानपुर। चर्चित कुशाग्र कनोडिया फिरौती व अपहरण हत्याकांड मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई चल रही है। न्यायाधीश ने गवाहों के बयान दर्ज कर लिए हैं अब पीड़ित परिजनों के बयान कोर्ट पर कराए जा रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि 30 अक्टूबर 2023 को कुशाग्र कनोडिया की उसके ट्यूशन टीचर रचिता ने अपने पास बुलाया था। जिसके बाद अपने दोस्त और एक अन्य साथी के सहयोग से उसका अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद परिजनों से 30 लाख रुपए फिरौती की मांग की। लेकिन मांग पूरी नहीं हुई। जिस पर अपहरणकर्ताओं ने कुशाग्र की हत्या कर दी थी। इसके बाद भी परिजनों को पत्र भेज कर फिरौती की रकम मांगी गई थी। लेकिन इसी बीच फिरौती का पत्र डालने गए दोनो अपहरणकर्ताओं की इमेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके बाद परिजनों ने जब तलाश शुरू की तो कुशाग्र का कहीं पता नहीं चला। इसी बीच परिजनों के हाथ फिरौती का पत्र लगा। जिसके बाद सभी हैरत में पड़ गए। जिसके बाद पुलिस को तहरीर देकर बालक के बरामदगी की मांग की गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर गार्ड के बयान लिए थे। उसी के आधार पर पुलिस ने कम समय में अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी कर ली थी। मामला अपर जिला जज 17 फास्ट ट्रैक कोर्ट पर चल रहा है। अभी तक इस मामले में सभी गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। अपर जिला जज कोर्ट 17 के न्यायाधीश त्रिपुरारी मिश्र की कोर्ट में आज भी सुनवाई हुई। मृतक छात्र कुशाग्र कनोडिया के बाबा व मुकदमें के वादी संजय कनोडिया से होगी जिरह
3 तारीखों से जारी है। वादी के बयान हो चुके हैं।
बचाव पक्ष के वकील श्रीकांत दीक्षित और मनीष शर्मा जिरह कर रहे हैं।
30 अक्टूबर, 2023 को कुशाग्र की घर से कोचिंग जाते समय 30 लाख रुपए की फिरौती के लिए अपहरण कर की गई थी निर्मम हत्या कर दी गई थी।
ट्यूशन टीचर रचिता वत्स, उसका करीबी प्रभात शुक्ला व शिवा गुप्ता आरोपी हैं। तीनों कानपुर जिला कारागार में निरुद्ध है। पिछली तारीख पर मृतक के चाचा ने आरोपी पक्ष पर डराने– धमकाने का मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया था। हत्याकांड के मामले में नित नए मोड आ रहे हैं।