संवाददाता।
कानपुर। नगर में डीआईओएस के मेल पर एडी माध्यमिक की फर्जी ईमेल से नौ शिक्षकों की भर्ती मामले में अधिकारी अभी भी लापरवाही बरतने से पीछे नहीं हट रहे हैं। एक हफ्ते पूर्व डीआईओएस ने स्कूल प्रबंधकों को पत्र लिखकर उनसे कई सवालों के जवाब मांगे थे, लेकिन प्रबंधकों की तरफ से कोई भी जवाब अभी तक नहीं दिया गया है। इस मामले में डीआईओएस अरुण कुमार ने नाराजगी भी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि यदि बुधवार तक कोई जवाब नहीं आता है तो प्रबंधकों को रिमाइंडर भेजा जाएगा। यदि इसके बाद भी कोई जवाब नहीं आया तो फिर आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फर्जी शिक्षक नियुक्ति के मामले में मदन मोहन अग्रवाल बालिका इंटर कॉलेज व आर्य कन्या इंटर कॉलेज ने अपने-अपने स्कूल में शिक्षकों को नियुक्त किया था। डीआईओएस की तरफ से पत्र भेज कर दोनों जगहों से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि यदि शिक्षकों का सत्यापन नहीं हुआ था तो फिर नियुक्ति पत्र किस आधार पर जारी किया गया। डीआईओएश की तरफ से पत्र जारी हुए एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी स्कूल प्रबंधकों ने अपना स्पष्टीकरण नहीं भेजा है। बता दें कि फर्जी पैनल में शामिल विनीता देवी ने मदन मोहन अग्रवाल बालिका इंटर कॉलेज किदवई नगर में टीजीटी और रिक्षा पांडेय ने आर्य कन्या इंटर कालेज गोविंद नगर में पीजीटी पद पर नौकरी ज्वाइन कर ली थी। इस पूरे मामले में मदन मोहन अग्रवाल इंटर कालेज के प्रबंधक की तरफ से अधिक लापरवाही देखने को मिली है। कथित शिक्षिका विनीता देवी का बिना सत्यापन कराए ही तीन महीने 20 दिन का वेतन भी प्रबंधक की तरफ से 2.59 लाख रुपए जारी किया जा चुका है। यही नहीं मामले की जांच में यह भी पता चला है कि प्रबंधक ने विनीता देवी का अप्रैल महीने का वेतन बिल भी स्कूल की ओर से डीआईओएस ऑफिस को भेज दिया था। हालाकि मामला खुलने के बाद वेतन को कैंसिल किया गया है। अप्रैल महीने में विनीता देवी को 64135 रुपए का भुगतान होना था। इस प्रकरण में डीआईओएस की तरफ से नौ कथित शिक्षकों पर मुदकमा दर्ज कराया जा चुका है। अभी तक कर्नलगंज पुलिस ने निलंबित किए गए प्रधान सहायक राजन टंडन और वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार के अलावा लेखाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, लेखाकार अमोल, रमसा के अकाउंटेंट सुशील, डीआईओएस की क्लर्क शिल्पा और गंगाराम के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में भी तक सेवानिवृत्त डीआईओएस फतेह बहादुर सिंह की भूमिका संदिग्ध लग रही है। जल्द ही पुलिस उनके भी बयान दर्ज करेगी। इसके अलावा विभाग के कई और अधिकारियों के बयान जल्द ही पुलिस लेगी। फर्जी तरह से नियुक्ति पाने वाली विनीता देवी ने डीआईओएस और स्कूल को एक पत्र लिखते हुए कहा है कि इस प्रकरण में मेरी भी बात सुनी जाए। इसके अलावा चर्चा है कि विनीता ने स्कूल जाकर अभी तक लिए वेतन के अमाउंट का चेक भी स्कूल को दिया था, जिसको वापस कर दिया गया है।